Assam Madrasa Survey: असम के मदरसों का सर्वे हुआ पूरा, डीजीपी बोले नहीं है कोई कमी
Assam Madrasa Survey: असम मदरसों का सर्वे पूरा हो गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मदरसों में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि अब मदरसे में मौलाना रखने से पहले उसका वेरिफिकेशन कराना जरूरी हो गया गै
Assam Madrasa Survey: असम के मदरसों को लेकर काफी विवाद चल रहा था. कुछ मदरसों पर इल्जाम लगे थे कि उन्होंने बांग्लादेशियों को रखा है. जिसके बाद मदरसों का सर्वे कराने का फैसला लिया गया था. अब इस मामले में रिपोर्ट सामने आ गई है. डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस भास्कर ज्योति ने कहा है कि मदरसे सही तरीके से चल रहे हैं किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. मदरसों में सुधार की गुंजाइश है और उनमें सुधार लाया जाएगा. नियम बनाने और बोर्ड बनने पर बातचीत की गई है.
उन्होंने मीडिया से खिताब होते हुए कहा कि हमने छोटे मदरसों को बड़े मदरसों के साथ मिलाने की बात की है. आने वाले दिनों में काफी साफ सुथरे तरीके से मदरसे चलने शुरू हो जाएंगे. भास्कर ज्योति ने इस दौरान कहा कि मुस्लिम तंजीमों के साथ पुलिस भी मदरसों पर नजर बनाए हुए है.
कैसे रखे जाएंगे मौलाना
इस दौरान डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस भास्कर ज्योति ने कहा कि मदरसे में मौलानाओं को रखने की प्रक्रिया में भी सुधार किया जाएगा. पहले उस शख्स की पूरी तरह से इंक्वायरी होगी उसके बाद ही उसकी मदरसे में तकरुर्री की जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
असम के मदरसों को लेकर काफी वक्त से विवाद चल रहा है. हाल ही में कुछ संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. इल्जाम था कि वह जिहादी गतिविधियों में शामिल हैं. इसके अलावा कुछ मदरसों में बांग्लादेश के इमाम भी नौकरी करते पाए गए थे. जिसके बाद प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद असम पुलिस के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस भास्कर ज्योति महंत ने कई मुंस्लिम तंजीमों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में फैसला लिया गया था कि सभी मदरसों का सर्वे होगा.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की असम शाखा को मिली थी जिम्मेदारी
जिसकी जिम्मेदारी असम मदरसों के तंजीम बोर्ड जमीयत उलेमा ए हिंद की असम शाखा को गई थी औ पिछले साल ही सर्वे शुरू हो गया. जिसमें हर जरूरी चीजों पर रिपोर्ट तैयार की गई थी.
रिपोर्ट- शरीफुद्दीन