शरीफउद्दीन अहमद/गुवाहाटी: बदरुद्दीन अजमल की कियादत वाली ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने ऑफिशियल तौर से कांग्रेस के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया है. AIUDF प्रमुख ने गठबंधन के खत्म होने की बात कुबूल की. असम विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियां अपने साझा दुश्मन भारतीय जनता पार्टी से लड़ने के लिए एक साथ आई थीं.


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जमल ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि 'कांग्रेस के साथ अब गठबंधन खत्म हो गया है. हमने स्वीकार किया है कि यह (गठबंधन) अब नहीं है. बड़े भाई जो भी फैसला लेते हैं हम मान जाते हैं, कोई बात नहीं. जैसा कि उन्होंने फैसला लिया है, हमने इसे कुबूल कर लिया है.'


यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने एआईयूडीएफ प्रमुख के साथ विश्वासघात किया है, उन्होंने जवाब दिया, 'आप कैसे कह सकते हैं कि उन्होंने विश्वासघात किया है. यह एक सियासी गठबंधन था और फिर उन्होंने इसे तोड़ा. उन्हें इसके बारे में खुश होना चाहिए और हम भी खुश हैं. इस ब्रेक-अप से दोनों पार्टियों को फायदा होगा.'


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गौरतलब है कि इससे पहसे कांग्रेस ने AIUDF से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था. इसके पीछे वजह AIUDF की तरफ से बीजेपी की तारीफ बताई जा रही है. लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि कांग्रेस को अब गठबंधन का हिस्सा नहीं होना चाहिए. पार्टी को आज़ाद रहना चाहिए और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए.


वहीं, कांग्रेस के तरजुमान बोबीता शर्मा ने कहा था, "एआईयूडीएफ (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) की कियादत और वरिष्ठ सदस्यों ने लगातार और पुरअसरार तरीके से भाजपा और वज़ीरे आला हिमंत बिस्वा सरमा की तारीफ की है. इसने कांग्रेस पार्टी के नजरिए को मुतासिर किया है.


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