Chhatarpur News: समाज आज भी जातियों में बंटा हुआ है. हिंदुस्तान में आज भी कई जगहें ऐसी मिल जाएंगी जहां पर दलितों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाता है. हालांकि केंद्र सरकार इस दिशा में लगातार सख्त कदम उठा रही है लेकिन ऐसा लग रहा है कि मेहनत रंग नहीं ला रही है. केंद्र सरकार ने एक के बाद दूसरे को देश के सर्वोच्च पद (राष्ट्रपति) पर निचली जातियों के नेताओं को बिठाया. हालांकि कुछ लोग अभी भी जातियों में फर्क कर रहे हैं. 


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ताजा मामला भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार वाले राज्य मध्य प्रदेश में सामने आया है. यहां छतरपुर के स्कूल में मिलने वाला दोपहर का खाना (मिड डे मील) दलित बच्चों को फेंक कर दिया जाता है. दावा किया जा रहा है कि स्कूल में खाने बांटने वाले महिला दलित बच्चों को रोटियां फेंक कर देती थी. घटना सामने आने के बाद एक्शन लिया गया. मामला जिले के बूदौर गांव के हरिजन बस्ती के शासकीय प्राथमिक विद्यालय का है.


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वहां पढ़ने वाले छात्रों का आरोप है कि उनके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता है. यहां तक कि छुआछूत की जाती है. उन्हें रोटियां फेंककर दी जाती हैं. इसके अलावा मिड डे मील में भी रोज आलू बना दिए जाते हैं. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने एक्शन लिया. जांच में आरोप सही साबित हुए और मिड डे मिल बनाने वाले समूह को निरस्त कर दिया गया है. इस संबंध में छतरपुर के डीपीसी आरपी लखेरा ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा,"कल हम लोग वहां के सभी छात्रों से बात की. वहां पर मध्याह्न भोजन का जो समूह था वे कुछ बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे तो उस समूह को हमने तत्काल हटा दिया."


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