IND vs AUS: शुभमन गिल को बॉक्सिंग-डे टेस्ट से क्यों किया गया बाहर? स्टंप्स के बाद हुआ बड़ा खुलासा
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IND vs AUS: शुभमन गिल को बॉक्सिंग-डे टेस्ट से क्यों किया गया बाहर? स्टंप्स के बाद हुआ बड़ा खुलासा

टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में जारी टेस्ट के लिए शुभमन गिल को भारतीय टीम से बाहर किए जाने पर खुलकर बात की.  उन्होंने इसके पीछे का बड़ा कारण भी बताया कि उन्हें आखिर प्लेइंग-11 से बहार क्यों किया गया.

IND vs AUS: शुभमन गिल को बॉक्सिंग-डे टेस्ट से क्यों किया गया बाहर? स्टंप्स के बाद हुआ बड़ा खुलासा

Shubman Gill Dropped Reason: टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में जारी टेस्ट के लिए शुभमन गिल को भारतीय टीम से बाहर किए जाने पर खुलकर बात की.  उन्होंने इसके पीछे का बड़ा कारण भी बताया कि उन्हें आखिर प्लेइंग-11 से बहार क्यों किया गया. मुकाबले के पहले दिन स्टंप्स के बाद अभिषेक नायर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गिल के बाहर होने पर बड़ा खुलासा किया. बता दें कि गिल की जगह स्पिन ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग-11 से जोड़ा गया.

पहले दिन रहा रोमांचक

बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन रोमांच अपने चरम पर रहा. ऑस्ट्रेलिया के डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास ने अपने प्रभावशाली बल्लेबाजी प्रदर्शन के साथ सुर्खियां बटोरीं. इस दौरान विराट कोहली और उनके बीच बहस भी देखने को मिली, जब भारतीय बल्लेबाज का कंधा डेब्यूटेंट से टकराया. हालांकि, इन सबसे पहले शुभमन गिल का प्लेइंग इलेवन से बाहर होना फैंस के लिए हैरानी भरा फैसला था. इसी को लेकर असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर ने बताया है कि गिल को क्यों बाहर किया गया.

फॉर्म रहा बाहर होने का कारण? 

भारतीय बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि गिल को प्लेइंग-11 से बाहर रखना टीम की स्ट्रैटजी का हिस्सा है न कि उनके फॉर्म या प्रदर्शन के कारण. नायर ने बताया कि टीम मैनेजमेंट ने वॉशिंगटन सुंदर के रूप में एक अतिरिक्त स्पिन विकल्प चुना, क्योंकि उनका मानना ​​था कि इससे मेलबर्न की पिच पर टीम को बेहतर संतुलन और गहराई मिलेगी.

क्या बोले अभिषेक नायर

अभिषेक नायर ने एमसीजी टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'जब कई निर्णय लिए जाते हैं और उन्हें बनाने की प्रक्रिया होती है, तो कम्युनिकेशन हमेशा होता है. यह स्पष्ट है कि, पिच को देखते हुए हमें लगा कि गेंदबाजी आक्रमण में वॉशी (वाशिंगटन) हमें विविधता प्रदान करेंगे, खासकर अंत में जब गेंद पुरानी हो जाती है. 50 ओवर के बाद, हमें लगा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमें बेहतर होना चाहिए. हमें लगा कि सुन्दर हमें जड्डू के साथ एकजुटता प्रदान कर सकते हैं.'

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