AP News: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम व टीडीपी नेता एन.चंद्रबाबू नायडू से सीआईडी ने कौशल विकास निगम घोटाला मामले में लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ जारी रखी है. CID अफसर  पूर्व सीएम से राजमुंदरी सेंट्रल जेल में पूछताछ कर रही है. वो फिलहाल इसी जेल में बंद हैं. 12 CID ​​अफसरों की एक टीम ने नायडू से घोटाले के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अफसरों ने दूसरे दिन पूछताछ शुरू करने से पहले नायडू की मेडिकल जांच कराई. पूछताछ के दौरान नायडू के साथ उनके वकील डी. श्रीनिवास भी मौजूद रहे. इससे पहले पूर्व सीएम को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा था. विजयवाड़ा की एसीबी अदालत ने उन्हें  CID ​​की दो दिन की हिरासत में भेज दिया था. हालांकि, CID ने अदालत से पांच दिनों की हिरासत मांगी थी.  


अदालत ने CID को पूर्व सीएम से सुबह 9.30 बजे से शाम के  5 बजे तक वकील की मौजूदगी में पूछताछ करने की इजाजत दी है, साथ ही अदालत ने हुक्म दिया है कि पूछताछ के दौरान बीच में एक घंटे का लंच ब्रेक दिया जाए. अदालत ने ये भी हुक्म दिया है कि पूछताछ की फोटो और वीडियो जारी नहीं किए जाएं. जज ने हुक्म दिया है कि हिरासत समाप्त होने के बाद पूर्व सीएम को वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश किया जाए. आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने इससे पहले  शुक्रवार को पूर्व सीएम नायडू की उनके खिलाफ दर्ज FIR और न्यायिक हिरासत को रद्द करने की याचिका खारिज कर दी थी. 


क्या है मामला
नायडू को कौशल विकास निगम  ( Andhra Pradesh State Skill Development Corporation ) में कथित घोटाले के आरोप में नौ सितंबर को नंनदयाल से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद ACB ने  उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. पूर्व सीएम पर आरोप है कि इन अनियमितताओं से राजकोष को 371 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.


वहीं CID ​​ने अपनी रिमांड रिपोर्ट में लिखा है, "छह कौशल विकास समूहों पर निजी संस्थाओं द्वारा खर्च की गई कुल राशि विशेष रूप से राज्य सरकार और आंध्र प्रदेश कौशल विकास केंद्र द्वारा दी गई धनराशि से प्राप्त की गई थी, जो कुल 371 करोड़ रुपये थी".