Draupadi Murmu: NDA की द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना लगभग तय हो गया है. 18 जुलाई को हुई वोटिंग की आज गिनती चल रही है. ऐसे में लोग द्रौपदी मुर्मू की जिंदगी के बारे में जानना चाह रहे हैं. वो किस तरह यहां तक पहुंची हैं यह जानने की कोशिश कर रही हैं. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि जब NDA ने उनका नाम राष्ट्रपति पद के लिए पेश किया तो वो खुद भी हैरान हो गई थीं. 


कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?


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द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला गवर्नर हैं. वो 2015 से 2021 तक झारखंड की गवर्नर रही हैं. उनके पति श्याम चरण मुर्मू अब इस दुनिया में नहीं हैं. उनकी एक बेटी है जिसका नाम इतिश्री है, जिसका शादी हो चुकी है. मुर्मू को साल 2007 में सबसे बेहतरीन विधायक के लिए 'नीलकंठ पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा वो भाजपा एसटी मोर्चा की भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं और ओडिशा सरकार में मंत्री भी रही हैं. 


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हैरान हैं द्रौपदी मुर्मू:


राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ऐलान होने के बाद मुर्मू खुद भी बहुत हैरान हैं और उन्हें पहले से इस बात की जानकारी नहीं थी. उन्हें भी टीवी से ही पता चला है कि वो NDA की तरफ राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित की गई हैं. ऐलान किए जाने के बाद उन्होंने कहा कि मैं बहुत हैरान हूं और खुश हूं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पद के लिए उम्मीदवार बनाया जाएगा. वहीं उन्होंने भाजपा का तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने एक आदिवासी को देश के सबसे बड़े पद के चुनाव के लिए ऐलान करने के बाद यह साबित कर दिया है कि वो सच में सब का साथ सब का विश्वास पर अमल कर रही है. 


क्या होगा भाजपा को फायदा?


अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर द्रौपदी मुर्मू में ऐसा क्या है कि उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह तो यह है कि देश को काफी समय बाद महिला राष्ट्रपति मिलने वाली हैं. इसके अलावा इसी साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारी फायदा मिल सकता है. क्योंकि भाजपा गुजरात चुनाव में आदिवासियों को लुभाना चाहती है. जो अभी तक कांग्रेस को वोट देता आया है. 


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