Fatehpur News: फतेहपुर में एक शख्स ने इल्जाम लगाया है कि उसने अपनी बीवी को मजदूरी कर पढ़ाया- लिखाया.  लेकिन बीवी को ग्राम पंचायत में मिशन प्रबंधक की नौकरी मिलते ही  वह शौहर को छोड़कर ग्राम पंचायत सचिव के साथ रहने लगी है. बच्‍चों को भी साथ ले गई है. शख्स का इल्जाम है कि जब वह बीवी और बच्‍चों से मिलने चित्रकूट से फतेहपुर आया तो उसके साथ मारपीट की गई. पीड़ित शख्स ने डीएम और एसपी से न्याय की गुहार लगाई है. बरेली में तैनात पीसीएस अफसर ज्‍योति मौर्या की तरह इस घटना को लेकर भी लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं.


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चित्रकूट के थाना रैपुरा मुकामी सीताशरण पांडेय बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. डीएम को बताया कि उनकी शादी गांव लोढ़वारा, थाना कर्वी, चित्रकूट की रहने वाली नीलम के साथ 6 मार्च, 2011 को हुई थी. शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था. दंपती की एक बेटी 9, और 7 साल का बेटा है. युवक ने मजदूरी कर अपनी कमाई से ससुराल में मकान बनवाया और बीवी को पढ़ा-लिखा कर नौकरी के लिए आवेदन कराया. बीवी को 16 दिसंबर, 2019 को फतेहपुर के बहुआ ब्लॉक में मिशन प्रबंधक के पद पर नौकरी मिल गई.


नीलम दोनों बच्चों के साथ बहुआ कस्बे में रहने लगी. इल्जाम है कि इस दौरान नीलम का ब्लाक के ग्राम पंचायत सचिव अनूप सिंह से प्रेम-प्रसंग हो गया. बाद में वह बच्चों को लेकर अनूप सिंह के साथ रहने चली गई. सीताशरण ने बताया कि वह दिल्‍ली में रहकर प्राइवेट जॉब करते हैं. जब उन्‍हें पता चला कि बीवी बच्‍चों के साथ अनूप सिंह के साथ रहने लगी तो वह फतेहपुर आए. यहां उनके साथ मारपीट की गई और नीलम बच्‍चों से मिलने नहीं दिया गया. इल्जाम है कि बीवी की मौजूदगी में उनको पंचायत सचिव अनूप सिंह ने मारपीट कर भगा दिया. 


वहीं बीवी नीलम ने सीताशरण ने अपने उपर लगाए गए इल्जाम को गलत बताते हुए कहा, "सीताशरण शराब का आदी है और कुछ काम धंधा नहीं करता है. वह उससे पैसे लेकर हर महीने दिल्‍ली और मुंबई घूमने चला जाता है. पैसा खत्म होने के बाद घर आता है और शराब पीकर मेरे और बच्चों के साथ मारपीट करता है. इसकी वजह से मैं बच्चों को लेकर अलग रह रही हूं."


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