Maharashtra News: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सोमवार को कांग्रेस छोड़ दी. अटकलें लगाई जी रही हैं कि वह भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लिखे पत्र में चव्हाण (65) ने कहा कि वह सबसे पुरानी पार्टी की प्राथमिक सदस्य के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को विधायक पद से अपना इस्तीफा भी सौंप दिया. 


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कांग्रेस के लिए अहम हैं अशोक चव्हान
चौहान का इस्तीफा महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है. इसकी दो वजहें हैं. पहला यह कि जल्द ही लोकसभा इलेक्शन होने वाले हैं. दूसरा यह कि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनाव अहम हैं क्योंकि यहां काफी अरसे तक कांग्रेस की सरकार रही है. लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने से यहां कांग्रेस कमजोर हो रही है. 


मुख्यमंत्री रह चुके हैं चव्हान
चव्हाण का कांग्रेस से बाहर होना महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर नेताओं बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने के कुछ दिनों बाद आया है. चव्हाण के भाजपा में शामिल होने की चर्चा के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने संवाददाताओं से कहा, "आगे-आगे देखो होता है क्या. चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले से हैं. उनके पिता स्वर्गीय शंकरराव चव्हाण  महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे. अशोक चव्हाण ने मुंबई में आदर्श हाउसिंग घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए 2010 में मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया. वह 2014-19 के दौरान राज्य कांग्रेस प्रमुख भी थे.


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