आप भी बनना चाहते हैं लेखक तो सरकार देगी ट्रेनिंग, साथ में 3 लाख की स्कॉलरशिप
इस प्रोग्राम के तहत सरकार नौजवान और उभरते मुसन्निफों को तरबीयत देकर उनके अंदर पढ़ने, लिखने और बुक कल्चर को बढ़ावा देने का काम करेगी.
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने देश के नौजवान लेखकों को ट्रेनिंग देने के लिए युवा-प्रधानमंत्री योजना की शुरुआत की है. इस प्रोग्राम के तहत नौजवान और उभरते लेखकों को ट्रेनिंग और उनमे पढ़ने, लिखने और बुक कल्चर को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा. दरअसल, 31 जनवरी, 2021 को मन की बात के दौरान, पीएम मोदी ने नौजवान पीढ़ी से फ्रीडम फाइटर, आजादी से जुड़े वाक्य, जंगे आजादी के दौरान वीरता की कहानियों के बारे में लिखने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि यह मुल्क की आजादी के 75 साल मुक्ममल होने के मौके पर हिन्दुस्तान की आज़ादी के लिए कुर्बानी देने वाले को सबसे अच्छी श्रद्धांजली होगी.
गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों पर होगा फोकस
प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह युवा, भारत/75 परियोजना का एक हिस्सा है. इस मंसूबा के तहत भूला दिए गए नायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, गुमनाम और भुला दिए गए हिस्टोरिकल प्लेस को अवाम के बीच लाया जाएगा. राष्ट्रीय आंदोलन में गुमनाम नायकों की भूमिका और अन्य विषयों पर युवा पीढ़ी के नजरिए को एक नए और क्रिएटिव तरीके से सामने लाया जाएगा. इस तरह यह मंसूबा लेखकों की एक लाइन तैयार करने में मदद करेगी जो हिन्दुस्तानी विरासत, कल्चर और ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग पहलुओं पर लिख सकते हैं.
यहाँ करना होगा आवेदन
इस में हिस्सा लेने के लिए 1 जून से 31 जुलाई, 2021 तक https://www.mygov.in/ इस पोर्टल पर आवेदन करना होगा. इसमें कुल 75 लेखकों का चयन किया जायेगा. विजेताओं का ऐलान 15 अगस्त, 2021 को होगा. नौजवान लेखकों को नामचीन लेखक ट्रेनिंग देंगे. इस मंसूबा के तहत छह महीने के लिए सभी लेखक को 50,000 रुपये प्रति माह की छात्रवृत्ति दी जायेगी.
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