Maharashtra News: उत्तर प्रदेश की सराकर ने हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को बैन कर दिया है, तो वहीं देश के कई राज्यों में हलाल सर्टिफिकेशन को बैन करने को लेकर मांग उठने लगी है. खास कर बीजेपी शैसित प्रदेश में ये मांग तेज हो गई है. अब इसकी मांग महाराष्ट्र में भी उठने लगी है. इसस पहले बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट को बैन करने की मांग बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने उठाई थी. 


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महाराष्ट्र बीजेपी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष  चंद्रशेखर बावनकुले ने महारष्ट्र सरकार मांग की है कि वे से जल्द से जल्द हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को बैन करें. हलाल सर्टिफिकेट  FSSAI द्वारा जारी की जाती है,जो खाने-पीने के प्रोडक्ट को सर्टिफाइड करती है. दरअसल, हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को लेकर कुछ कंपनियां फायदा उठा रही थी.


इस्लाम में हलाल खाना 
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हलाल शब्द  इस्लाम में बहुत अहम है. हलाल सर्टिफिकेट से ही प्रोडक्ट का हलाल होने की पुष्टि होती है. इस्लाम में हलाल खाना ही खाया जाता है, इसी वजह से देश के कई कोणो में इसका विरोध होने लगा है. 


हलाल सर्टिफिकेट के नाम पर निजी कंपनियों खूब उठाया फायदा
जानकारी के मुताबिक,  हलाल सर्टिफिकेशन पहले नॉन वेज प्रोडक्ट यानी ( मांसाहारी खानों ) पर ही दिया  जाता था. हालांकि, बाद में इसे सभी प्रोडक्ट पर लागू कर दिया, लेकिन इसका फायदा हलाल सर्टिफिकेट देने वाली निजी कंपनियों ने खूब उठाया.


उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट को लेकर एक्शन लिया है, अब इसके बाद BJP ने महाराष्ट्र में भी इस मुद्दे को उठाना शुरू कर दिया है.  महाराष्ट्र बीजेपी ने मांग की है कि हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट को बैन किया जाना चाहिए. अब देखना होगा बीजेपी ,शिवसेना और एनसीपी की गठबंधन वाली सरकार क्या इस पर मांग पर क्या कदम उठाती है.


राजनीति जानकारों का मानना है कि आगामी चुनाव में हलाल सर्टिफिकेशन बहुत बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है. यूपी में हलाल र्टिफाइड प्रोडक्ट बैन होने के बाद रानीति सरगर्मियों भी तेज हो गई है.