Haldwani News: बीते रोज हलद्वानी में हिंसा हुई है, जिसमें 2 लोगों की मौत हुई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अब इस हिंसा को लेकर डीएम वंदना का बयान आया है. उन्होंने पीसी करते हुए इस पूरी हिंसा की जानकारी दी है. डीएम ने पीसी के दौरान एक वीडियो दिखाते हिए कहा कि पुलिस प्रशासन की ओर से भड़काने की कोशिश नहीं की गई थी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह एक नॉर्मल एनक्रोचमेंट ड्राइव थी.


हलद्वानी की डीएम ने क्या कहा?


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डीएम वंदना ने कहा, "हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई. सभी को नोटिस दिया गया और सुनवाई के लिए समय दिया गया. कुछ ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया. कहां समय नहीं दिया गया था, विध्वंस अभियान पीडब्ल्यूडी और नगर निगम द्वारा चलाया गया था. यह एक अलग गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष संपत्ति को लक्षित नहीं किया गया था."


3 दिन में अतिक्रमण हटाने का नोटिस


जिस संपत्ति को तोड़ने के लिए प्रशासन गया था उसको लेकर डीएम ने कहा, यह एक खाली संपत्ति है जिसमें दो संरचनाएं हैं, जो धार्मिक संरचना के रूप में पंजीकृत नहीं है या इसे ऐसी कोई मान्यता नहीं दी गई है. कुछ लोग संरचना को मदरसा कहते हैं..." उन्होंने आगे कहा कि पहले ही नोटिस दे दिया गया था कि 3 दिन के अंदर या तो इस अतिक्रमण को हटाया जाए, या फिर इसे प्रशासन इसे हटा देगा.


भीड़ ने किया पुलिसकर्मियों पर हमला


डीएम वंदना ने आगे कहा,"हमने विध्वंस अभियान जारी रखने का फैसला किया क्योंकि संपत्तियों पर कोई रोक नहीं थी...विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया की जा रही है और इसलिए यहां भी ऐसा किया गया... हमारी टीमें और संसाधन चले गए और किसी को भी उकसाया या नुकसान नहीं पहुंचाया गया... जान-माल को नुकसान पहुंचाने के लिए (पुलिस और प्रशासन द्वारा) कोई कार्रवाई नहीं की गई... विध्वंस अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ... पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बावजूद एक बड़ी भीड़ ने आधे घंटे के भीतर हमारी नगर निगम सहयोग टीम पर हमला कर दिया..."


भीड़ के पास थे पेट्रोल पंप


डीएम नैनीताल वंदना सिंह का कहना है, ''तोड़फोड़ अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ, रोकथाम के लिए फोर्स तैनात की गई...हमारी नगर निगम की टीम पर पथराव किया गया...योजना बनाई गई थी कि जिस दिन तोड़फोड़ अभियान चलाया जाएगा. हमला किया गया...पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई, उसके पास पेट्रोल बम थे. यह अकारण था और हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया...''


उन्होंने आगे कहा, ''थाने पर प्रदर्शन के लिए अधिकतम बल का प्रयोग किया गया...जैसे ही उन्हें (भीड़ को) थाने से तितर-बितर किया गया, वे गांधी नगर इलाके की ओर चले गए...सभी लोग समुदाय और धर्म वहां रहते हैं... इलाके को आतंकित करने के लिए (भीड़ द्वारा) प्रयास किए गए थे... हमारी प्राथमिकता पुलिस स्टेशन की सुरक्षा करना थी और फिर यह सुनिश्चित करना था कि गांधी नगर में जान-माल का कोई नुकसान न हो... हमारे प्रयास हलद्वानी के मुख्य शहर की सुरक्षा के लिए निर्देशित किया गया था..."


पुलिस को कर दिया था पुलिस स्टेशन में बंद


डीएम नैनीताल, वंदना सिंह का कहना है, "...बाद में, पुलिस स्टेशन को भीड़ ने घेर लिया और पुलिस स्टेशन के अंदर मौजूद लोगों को बाहर आने की अनुमति नहीं दी गई. पहले उन पर पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया. बाहर वाहन थाने में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा...पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया...''


डीएम ने जानकारी दी कि भीड़ ने पुलिस स्टेशन को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है...यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. आरोपियों की पहचान की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह (घटना) सांप्रदायिक नहीं थी. मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि इसे सांप्रदायिक न बनाएं या संवेदनशील. किसी विशेष समुदाय ने जवाबी कार्रवाई नहीं की...यह राज्य मशीनरी, राज्य सरकार और कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देने का एक प्रयास था...शाम को फिर से ब्रीफिंग की जाएगी.''