हनुमान मंदिर पर एक ही समुदाय के दो ग्रुप भिडे़, जानें क्या है पूरा मामला
Hanuman Mandir Controversy: श्री हनुमान जन्मभूमि तीर्थ इलाका का कहना है कि वाल्मीकि रामायण के मुताबिक हनुमानजी का जन्म किष्किंधा के अंजनाहल्ली में हुआ है. इसके उलट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम कमेटी का कहना है कि कई जगह जिक्र है कि हनुमान का जन्मस्थल तिरुमाला है.
Hanuman Mandir Controversy: राम जन्मभूमि विवाद थमने के बाद अब हनुमान मंदिर विवाद सुर्खियों में है. ये विवाद दो राज्यों के धार्मिक संस्थाओं के बीच है. आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के दो ट्रस्टों ने अलग-अलग जगह पर हनुमानजी के जन्म का दावा किया है.
आंध्र प्रदेश में मौजूद तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बुधवार को अंजनाद्री मंदिर में एक प्रोग्राम करने जा रहा था. इस जगह पर पिछले साल अप्रैल में राम नवमी पर हनुमान के जन्मस्थान के रूप में औपचारिक अभिषेक हुआ था. लेकिन कर्नाटक का श्री हनुमान जन्मभूमि तीर्थ इलाका इस बात से सहमत नहीं है. इस ट्रस्ट का दावा है कि वाल्मीकि रामायण के मुताबिक हनुमानजी का जन्म किष्किंधा के अंजनाहल्ली में हुआ है. इसके उलट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम कमेटी का कहना है कि कई जगह जिक्र है कि हनुमान का जन्मस्थल तिरुमाला है.
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TTD ने कई वैदिक और धार्मिक विद्वानों का हवाला देकर यह दावा किया है. तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के सीईओ जवाहर रेड्डी ने मीडिया से कहा कि ''गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा रचित रामचरित्र मानस में इस संबंध में ठोस प्रमाण मिलते हैं''.
हनुमान के जन्म स्थान को लेकर चल रहे इस विवाद को सुलझाने के लिए पिछले साल मई में बातचीत हुई थी, लेकिन दोनों राज्य के ट्रस्ट किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे.
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