Green Banana: क्या हरा केला सेहत के लिए केले से बेहतर है?
ऐसा बहुत से लोग कहते हैं कि हरा केला यानि की कच्चा केला पके हुए केले से बेहतर होता है. आइए देखते हैं क्या है एक्सपर्ट की राय.
विशेषज्ञों का कहना है कि हरा केला पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी6 और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह पाचन और हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.केले का प्लस प्वाइंट यह है कि इसमें उच्च फाइबर सामग्री, प्रतिरोधी स्टार्च के कारण भूख दबाने वाला प्रभाव होता है.
केले में प्रतिरोधी स्टार्च नामक फाइबर होता है. यह घुलनशील फाइबर की तरह काम करता है. लाभकारी आंत बैक्टीरिया प्रदान करके पाचन में सहायता करता है.
पके केले की तुलना में हरे केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. इसका मतलब है कि उनके ब्लड शुगर लेवल के लेवल पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है.
हरे केले में मौजूद प्रतिरोधी स्टार्च तृप्ति की भावना को बढ़ावा देकर और कुल कैलोरी सेवन को कम करके वजन मैनेजमेंट में मदद कर सकता है.
हरे केले में मौजूद फाइबर नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है.
हालांकि कच्चे केले पके केले जितने मीठे नहीं होते हैं, फिर भी उनमें जरूरी विटामिन, खनिज जैसे पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन बी 6 होते हैं.
हृदय स्वास्थ्य के लिए पोटेशियम जरूरी है. इसके सेवन से दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है.
हरे केले में पाया जाने वाला विटामिन सी अपने प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है. अपने आहार में कच्चे केले को शामिल करने से स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन होता है.
कच्चे केले में मौजूद फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है और आंतों में पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है.
(नोट: यह डिटेल केवल जानकारी के लिए है. यह विशेषज्ञों की सलाह और सुझावों के अनुसार प्रदान की जाती है. यदि आपको कोई संदेह है, तो विशेषज्ञों से परामर्श लें.)