क्या रोहित वेमुला की तरह IIT- Bombay के छात्र की हुई है हत्या; क्या है उसकी मौत का राज ?
आईआईटी बॉम्बे के बीटेक छात्र दर्शन सोलंकी की मौत के बाद उसके परिवार का आरोप है कि उसे जाति के चलते भेदभाव का सामना करना पड़ा और उसकी हत्या की गई है. हालांकि, आईआईटी मुंबई इस तरह के आरोपों का खंडन किया है.
अहमदाबादः आईआईटी-बंबई (IIT- Bomaby) में कथित तौर पर सुसाइड करने वाले छात्र के परिवार ने दावा किया है कि उसे अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से ताल्लुक रखने की वजह से उसके संस्थान में भेदभाव का सामना करना पड़ा है, और इस बात की आशंका है कि उसने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है. हालांकि, आईआईटी मुंबई इस तरह के आरोपों का खंडन किया है.
गौरतलब है कि दर्शन सोलंकी (Darshan Solanki) (18) की बीते इतवार को आईआईटी के पवई परिसर में एक हॉस्टल की इमारत की सातवीं मंजिल से कथित तौर से कूदने से मौत हो गई थी. वह अहमदाबाद का रहने वाला था और बी.टेक (केमिकल) पाठ्यक्रम में फर्स्ट ईयर का छात्र था. दर्शन सोलंकी का परिवार अहमदाबाद शहर के मणिनगर इलाके में रहता है. परिवार ने कहा है कि वह आत्महत्या नहीं कर सकता है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2016 में हैदाराबाद यूनिवर्सिटी में रोहित वेमुला नाम के एक दलित पीएचडी स्कॉलर ने भी संदिगध हालत में आत्महत्या कर ली थी. उसके घर वालों ने आरोप लगाया था कि यूनिवर्सिटी ने उसका वजीफा रोक दिया था और उसके आमबेडकरवादी होने की वजह से दक्षिणपंथी संगठनों ने उसकी हत्या कर दी है.
दूसरे छात्र मेरे बेटे से जलते थेः सोलंकी की मां
दर्शन की मां तरलिकाबेन सोलंकी ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि मेरे बेटे की हत्या की गई है. मौत के कुछ घंटे पहले, उसने हमें फोन किया था, लेकिन उसने बेहद सामान्य रूप से बातचीत की थी और ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि वह किसी तनाव या मुश्किल में है. हालांकि, जब वह मकर संक्रांति के दौरान घर आया था, तो उसने अपनी चाची को बताया था कि अन्य छात्र उससे दूरी बनाकर रहते हैं. दूसरे छात्र दर्शन की तरक्की से जलते थे.’’
शरीर पर नहीं था कोई चोट का निशानः सोलंकी के पिता
दर्शन के पिता रमेशभाई ने इल्जाम लगाया है कि संस्थान के साथ-साथ अस्पताल के अफसरों ने मामले को छिपाने की कोशिश की और उनके मुंबई पहुंचने से पहले ही उनके बेटे के शव का पोस्टमार्टम कर दिया. पोस्टमार्टम जल्दबाजी में बिना हमारी अनुमति के किया गया. मुझे पोस्टमार्टम के बाद सिर्फ उसका चेहरा देखने की इजाजत दी गई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि यह खुदकुशी का मामला है. अगर आप सातवीं मंजिल से गिरेंगे तो आपको कई चोटें लगेंगी. लेकिन, पोस्टमॉर्टम के बाद जब मैंने अपने बेटे का चेहरा देखा तो मुझे किसी तरह के चोट के निशान नहीं नजर आए. यह कैसे मुमकिन हो सकता है?’’
बयान बदलता रहा है संस्थानः सोलंकी की बहन
दर्शन की बहन जाह्नवी ने कहा, ’’उनके भाई की मौत के कारणों को लेकर आईआईटी-बंबई प्रबंधन अपना बयान बदलता रहा है. संस्थान ने हमें बताया था कि वह सीढ़ियों से गिर गया था. फिर, प्रिंसिपल ने बताया कि मेरा भाई इमारत से कूद गया है. क्या वे सोचते हैं कि हम मूर्ख हैं? ऐसा लगता है कि मेरे भाई की हत्या की गई है.’’
आईआईटी-बॉम्बे ने खारिज किए आरोप
आईआईटी-बॉम्बे ने मंगलवार को संस्थान में जातिगत पूर्वाग्रह के इल्जामें को खारिज करते हुए कहा कि संस्थान में उसके साथ कोई भेदभाव नहीं था. उसने छात्रों से पुलिस और आंतरिक जांच पूरी होने तक इंतजार करने की अपील की है. इससे पहले बुधवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने आईआईटी- बॉम्बे का दौरा किया था और दर्शन की मौत की गहन जांच की मांग की थी.
Zee Salaam