यहां रंग का भी है मजहब; भगवा रंग की कमीज पहनने पर नमाजी को नहीं मिली मस्जिद में एंट्री
Man stopped for entering in mosque in saffron kurta: यह मामला उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले का है, जहां भगवा कुर्ता पहने हुए एक शख्स को इमाम ने न सिर्फ मस्जिद में घुसने से रोक दिया बल्कि उसकी कथित तौर पर बेइज्जती भी की.
Man stopped for entering in mosque in saffron kurta: देश में इस वक्त मजहब और फिरकापरस्ती की दीवार इतनी ऊंची हो गई है, लोगों ने रंगों को भी मजहब के खांचे में बांट दिया है. किसी ने हरे को मुसलमान तो किसी ने केसरिया को हिंदुओं का रंग होने की मुहर लगा दी है. समाज में धर्म का ये जहर इस कदर फैल चुका है कि मस्जिद में केसरिया कुर्ते पहने हुए नमाजी पर शक किया जा रहा है, तो कहीं हरे कपड़े वाले को शक और हिकारत की निगाह से देखा जाने लगा है.
ताजा ममाला उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की एक मस्जिद का है, जहां मस्जिद के इमाम ने नमाज अदा करने मस्जिद आए एक नमाजी को इस बिना पर रोक दिया कि उसकी कमीज का रंग केसरिया (saffron kurta) था. न उसे सिर्फ नमाज आदा करने और मस्जिद में प्रवेश करने से रोका गया बल्कि उसकी सार्वजनिक तौर पर बेइज्जती भी की गई. इस मामले में आहत शख्स ने मस्जिद के इमाम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है.
पीड़ित ने कहा, इमाम ने दी धमकी
पुलिस के मुताबिक, इलाके के एक स्थानीय निवासी 40 वर्षीय आसिफ अली खान को मस्जिद के इमाम मेहताब ने भगवा रंग की कमीज (saffron kurta) पहने होने की वजह से मस्जिद में घसुने से रोक दिया और उन्हें वहां नमाज अदा करने की इजाजत नहीं दी. भगवा रंग की कमीज (saffron kurta) पहनने के लिए उन्हें मस्जिद के पास अपमानित भी किया गया. इस घटना से आहत होकर आसिफ अली खान ने शमशाबाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. खान ने कहा, "मुझे 'भगवा' रंग की कमीज पहनने के लिए दूसरों के सामने अपमानित किया गया. मैंने इमाम से कहा कि धर्म का कोई रंग नहीं होता, लेकिन उन्होंने मुझे सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मैं भगवा पहनता हूं तो फिर से मस्जिद में प्रवेश नहीं करूंगा." हालांकि, इस मामले में इमाम का अभी कोई पक्ष सामने नहीं आया है.
पुलिस को आरोपों पर संदेह, असल वजह की तलाश
शमशाबाद पुलिस स्टेशन के स्टेशन एसएचओ मनोज कुमार भाटी ने बताया कि घटना दो दिन पहले हुई थी. आरोपी इमाम मेहताब हाफिज के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आगे की जांच चल रही है. वहीं, कायमगंज के डीएसपी सोहराब आलम ने कहा, “हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इमाम ने आसिफ खान को मस्जिद में प्रवेश करने से क्यों रोका ? क्या भगवा कुर्ता ही एकमात्र कारण था या इसके पीछे कोई और वजह थी.?’’
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