24 घंटे में दो बार दलहा गाजा; इजरायली हमलों में 42 लोगों की गई जान
Israel Hamas War: इजरायल ने गाजा पर दो नए हमले किए हैं. इन दो अलग-अलग हमलों में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई है. एक हमला अल-शती शरणार्थी शिविर पर किया गया इसमें 18 लोग मारे गए. दूसरा हमला अल-तुफ्फाह पर हुआ जिसमें 24 लोग मारे गए.
Israel Hamas War: गाजा शहर के दो अलग-अलग इलाकों में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 42 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. फिलिस्तीनी चिकित्सा सूत्रों ने शनिवार को सिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया, "इजरायली युद्धक विमानों ने अल-शती शरणार्थी शिविर पर हमला किया, जिसमें लगभग 18 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए." चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है. नागरिक सुरक्षा दल अभी भी शव और घायलों को मलबे से निकालने की कोशिश कर रहे हैं. शिविर खंडहर में बदल गया है.
24 लोगों की मौत
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि इजरायली युद्धक विमानों के अल-शती शरणार्थी शिविर पर हमले में सात घर नष्ट हो गए. हमास ने एक प्रेस बयान में कहा कि एक अन्य घटना में शनिवार को गाजा शहर के उत्तर-पूर्व में अल-तुफ्फाह में घरों पर इजरायली हवाई हमलों के दौरान महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 24 फिलिस्तीनी मारे गए.
इजरायली सेना का बयान
इजरायली सेना ने शनिवार को एक प्रेस बयान में कहा कि उसके युद्धक विमानों ने गाजा शहर में हमास के दो सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया. टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इजरायली सेना ने गाजा में हमास के एक वरिष्ठ कमांडर राएद साद को निशाना बनाया. अभी तक, उसकी मौत की आधिकारिक तस्दीक नहीं हुई है. हमास के संचालन के प्रमुख के रूप में पहचाने जाने वाले साद के बारे में माना जाता है कि वह मार्च में इजरायली छापे के दौरान गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल में था, लेकिन उस समय वह वहां नहीं मिला. गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक प्रेस बयान में कहा कि गुरुवार तक इजरायली सैन्य अभियानों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 37,431 हो गई है, जबकि 85,653 अन्य घायल हुए हैं.
क्या है मामला?
ख्याल रहे कि हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा हमास ने 250 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इजरायल ने हमास वाले इलाके पर हमला करना शुरु किया. इन हमलों में अब तक 37 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.