Jharkhand Political Crisis: बिहार के बाद उनके पड़ोसी राज्य झारखंड में सियासी गहमागहमी जारी है. हेमंत सोरेन के सीएम पद से इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद भी नई सरकार नहीं बन पाई है. हालांकि, चंपई सोरेन आज शाम 5:30 बजे राजभवन पहुंचकर गवर्नर को गठबंधन के 43 MLAs के सिग्नेचर वाले पत्र के साथ सरकार बनाने की दावेदारी पेश की थी. इस उथल-पुथल के बीच महागठबंधन के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं. सभी विधायक एक विशेश विमान से हैदराबाद जाएंगे.जानकारी मिली है कि चम्पई सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम हैदराबाद नहीं जाएंगे. ये दोनों राजधानी रांची में ही रहेंगे.


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विधायकों से भरी बस सर्किट हाउस से निकल चुकी है. कुछ ही देर में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगी. बताया जा रहा है कि हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी बसें लगी हुई हैं. MLAs के एयरपोर्ट पहुंचते ही उन्हें किसी होटल में शिफ्ट किया जाएगा.


सर्किट हाउस से एयरपोर्ट के लिए निकलते वक्त झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पत्रकारों को बताया कि हम एयरपोर्ट जा रहे हैं. हमारे साथ टोटल 43 विधायक हैं. बताया जा रहा है कि सभी MLAs हैदराबाद के बेगमपेट में रुकेंगे.



BJP को  9 विधायकों की जरूरत 
बता दें कि झारखंड विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 81 है. वहीं, सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है. महागठबंधन के पास कुल 47 विधायक हैं. लेकिन चंपई सोरेन  43 विधायक को लेकर  बुधवार को राजभवन गए थे. इन 47 विधायकों में JMM यानी हेमंत सोरेन की पार्टी के 29, कांग्रेस के 17, RJD के 1 और CPI (ML) का 1 विधायक शामिल है. वहीं, दूसरी तरफ NDA है, जिसे फिलहाल  32 विधायकों का सपोर्ट प्राप्त है. जिनमें BJP के 26, AJSU के 3, एनसीपी (AP) के 1 और 2 निर्दलीय MLAs शामिल हैं. मतलब एनडीए को सरकार बनाने के लिए 9 विधायकों की जरूरत है. अब देखना चिलचस्प होगा कि झारखंड में अगला सरकार किस पार्टी की बनती है.