JNUSU Election: दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में बीते रोज चुनाव हुए और नतीजे लेफ्ट केंडिडेट्स के पक्ष में आए. वहीं एबीवीपी को एक भी सीट नहीं मिली. लेफ्ट की चुनाव में बेहतरीन जीत के बाद समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव का बयान आया है. जिसमें उन्होंने कहा है PDA की एकजुटता ने JNU छात्र संघ चुनाव में समेकित रूप से सभी महत्वपूर्ण पदों पर जीत हासिल की है और भाजपा समर्थित एबीवीपी को भारी अंतर से बुरी तरह हराया है.


अखिलेश यादव ने क्या कहा?


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अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा,"दलित अध्यक्ष समेत सभी जीतने वाले पदाधिकारियों और उन्हें चुनने वाले सजग, सतर्क मतदाता विद्यार्थियों को भी बहुत बधाई और JNU की नकारात्मक छवि बनानेवालों को आगे भी यूँ ही हराते रहने व देशहित में सकारात्मक राजनीति का झंडा फहराते रहने के लिए शुभकामनाएं!"


अखिलेश कहते हैं,"JNU के स्टूडेंट्स की तरह देश भर के युवा आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा राज में फैली ‘अभूतपूर्व बेरोज़गारी’, पेपर लीक होने की वजह से कहीं ‘नौकरी न मिलने की हताशा’ और ‘इलेक्टोरल बॉण्ड’ के रूप में फैले भाजपा के ‘अथाह भ्रष्टाचार’ को हमेशा के लिए दूर करने के लिए, महंगी पढ़ाई और चतुर्दिक महंगाई से त्रस्त अपने परिवारों और आसपास के लोगों को भी भाजपा के ख़िलाफ़ मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे."


युवाओं से की खास गुजारिश


इस दौरान अखिलेश यादव ने भारत के युवाओं से खास गुजारिश भी की. उन्होंने कहा कि  मतदान स्थल पर आख़िरी क्षण तक फ़र्ज़ी मतदान पर सजग निगाह रखें. यह सुनिश्चित करें की ईवीएम सीलबंद हों और मशीन सुरक्षित पहुंचे. EVM के गोदामों पर 24 घंटे हर तरफ से चतुर्दिक चौकीदारी करें, किसी को EVM गोदामों के आसपास फटकने न देने के लिए लामबंद रहें. मतगणना के दिन सक्रिय रहकर हर तरह से नजर रखें और चुनाव परिणाम आने व जीत का सर्टिफिकेट न मिल जाने तक डटे रहने का काम करें.


अखिलेश ने की अभियान की शुरुआत


अखिलेश यादव का कहना है कि इस सजकता से वोट की रक्षा की जा सकती है और जनता के हित में पॉजीटिव रिजल्ट आ सके हैं. एसपी सुप्रीमो ने कहा," इसीलिए अपने देश के भविष्य की रक्षा करने के लिए हम अपने अभियान ‘मतदान भी-सावधान भी’ के तहत युवाओं से अपील करते हैं कि ‘न लापरवाही, न ढिलाई’ और ‘जब तक जीत का प्रमाण नहीं, तब तक विश्राम नहीं."


आपको बता दें जेएनयू में धनंजय प्रेसिडेंड और अविजीत घोष वाइस प्रेसिडेंट चुने गए थे. इन चुनावों में एबीवीपी,एसएफआई,एआईएसएफ के अलावा वापसा,  डीएसएफ, आइसा, एनएसयूआई, समाजवादी छात्र सभा, छात्र राजद और दिशा छात्र संगठन ने हिसा लिया था.