Kangana Ranaut: एक एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी एमपी कंगना रनौत को नोटिस भेजा है. यह नोटिस एक वकील की शिकायत के बाज भेजा गया है. जिसमें कहा गया है कि उन्होंने महात्मा गांधी और उन किसानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जो रद्द किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थे.


कंगना रनौत को कोर्ट ने क्यों भेजा नोटिस?


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अधिवक्ता रमा शंकर शर्मा ने बताया कि अदालत ने रनौत से उनकी शिकायत पर जवाब मांगा है और सुनवाई की अगली तारीख 28 नवंबर तय की है. शर्मा ने कहा, "मैंने 11 सितंबर 2024 को अभिनेत्री और मंडी से सांसद कंगना रनौत के खिलाफ आगरा एमपी एमएलए कोर्ट में मामला दर्ज कराया था." उन्होंने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा, "उन्होंने देश के करोड़ों किसानों का अपमान किया है और अपनी टिप्पणी से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी अपमान किया है."


जानें पूरा मामला


11 सितंबर 2024 को आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने कंगना के खिलाफ मुकदमा दायर किया था. इस मुकदमे में कंगना के जरिए 27 अगस्त 2024 को दिए गए एक बयान को उजागर किया गया, जिसमें कंगना ने दावा किया था कि अगस्त 2020 से दिसंबर 2021 के बीच दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शनों में हत्याएं और बलात्कार शामिल थे. कंगना ने कहा था कि मजबूत नेतृत्व के बिना भारत को बांग्लादेश जैसे हालातों का सामना करना पड़ सकता है.


किसानों को बोला खालिस्तानी


2021 में किसानों के विरोध और महात्मा गांधी के बारे में कंगना की टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया था. उन्होंने कहा कि दूसरा गाल आगे करना आज़ादी पाने के बजाय भीख मांगने के समान है. इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि भारत की असली आज़ादी 2014 के बाद आई. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में, उन्होंने खालिस्तानी आतंकवादियों की संलिप्तता का आरोप लगाया.


किसानों को खालिस्ताानी बोलने से काफी किसानों की भावनाएं आहात हुई थीं. इसी के चलते कंगना पर एयरपोर्ट में हमला भी हुआ था. जहां, एक महिला सीआरपीएफ जवान ने उन्हें थप्पड़ मारा था.