Kerala Rainfall: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल के वायनाड जिले में गुरुवार 15-16 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने बुधवार को एर्नाकुलम, त्रिशूर और कन्नूर में और गुरुवार को कोझिकोड और वायनाड में भारी बारिश (24 घंटों में 7 सेमी से 11 सेमी) से लेकर बहुत भारी वर्षा (24 घंटों में 12 सेमी से 20 सेमी) होने की भविष्यवाणी की है.


केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश


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यह वॉर्निंग भारी बारिश की वजह से हुए बड़े पैमाने पर लैंडस्लाइड के कुछ सप्ताह बाद हुई है, जिसमें 30 जुलाई को कम से कम 229 लोग मारे गए थे. लगभग 130 लोग अभी भी लापता हैं. केरल सरकार ने पहले दावा किया था कि आईएमडी ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान लगाने में नाकामयाब रहा था, जिसकी वजह से लैंडस्लाइड हुई थी.


मौसम विभाग ने सरकार का किया था खंडन


हालांकि, आईएमडी ने आरोपों का खंडन किया था और इसके चीफ मृत्युंजय महापात्रा ने कहा था कि मौसम विभाग नियमित रूप से भारत के पश्चिमी तट पर बारिश की एक्टिविटी के लिए पूर्वानुमान जारी करता है और 30 जुलाई की सुबह केरल के लिए रेड अलर्ट जारी किया था.


भारी बारिश की वजह से हुई थी लैंडस्लाइड


आईएसडी चीफ ने इसके साथ ही कहा था कि ऑरेंज अलर्ट का मतलब है “कार्रवाई के लिए तैयार रहें और लाल चेतावनी का इंतजार नहीं करना चाहिए" होता है. वैज्ञानिकों के जरिए 30 जुलाई की आपदा का तुरंत विश्लेषण करने से पता चलता है कि जलवायु संकट की वजह से भारी बारिश की वजह से 10 फीसद ज्यादा लैंडस्लाइड हुई, तथा वन इलाके में 62% की कमी आई, जिससे ढलानों की संवेदनशीलता बढ़ गई, और यह मुमकिन है कि इसी वजह से वायनाड में लैंडस्लाइड हुई थी.


उन्होने कहा कि जलवायु में बदलाव होने की वजह से चरम मौसमी घटनाओं पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण करने वाले वैज्ञानिकों के एक अंतरराष्ट्रीय संगठन वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन के विश्लेषण में कहा गया है, "उत्तरी केरल के वायनाड में सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले लैंडस्लाइड की वजह भारी बारिश थी.