Kota Suicide: कोटा में एक और आत्महत्या हुई है. एक 16 साल की लड़की जो नीट नेशनल एलिजिबिली कम एंट्रेंस टेस्ट के लिए तैयारी कर रही थी उसने अपने अंकल के घर में सुसाइड की है. इस महीने में पांचवी सुसाइड है. कोटा के डीएसपी शंकर लाल ने कहा कि लड़की अपने अंकल के साथ तब से रह रही थी जब वह क्लास 6 में थी. उसके अंकल एक सरकारी नौकर हैं. उसने 11वीं क्लास में एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट को ज्वाइन किया था. उसके माता पिा टॉन्क जिले में रहते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये हादसा शनिवार सुबह पेश आया, जब परिवार के लोग बाहर गए हुए थे. शंकर लाल ने कहा की एक सुसाइड नोट मिला है. जिसपर लिखा है कि मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है. शुरूआती जांच से पता लगता है कि ये मौत प्रेशर के कारण हुई है.


इससे पहले हो चुके हैं चार सुसाइड


आपको जानकारी के लिए बता दें इससे पहले शनिवार को एक 16 साल का छात्रा मृत पाया गया था. वह बुधवार को सीलिंग पर लटका हुआ मिला था. इस साल 9 छात्रों ने सुसाइड किया है. सभी सुसाइड मेंटर स्ट्रेस और पढ़ाई के प्रेशर के कारण हुए हैं. पिछले साल 15 कोचिंग इंस्टीट्यूट के छात्रों ने सुसाइड किया था.


आपको जानकारी केलिए बता दें कोटा को भारत का कोचिंग हब माना जाता है. जहां तकरीबन 2 लाख 25 हजार छात्र पढ़ाई करते हैं. ज्यादातर कोटा आने वाले छात्र मेडिकल या फिर आईआईटी की तैयारी कर रहे होते है. 2011 से अभी तक यहां 121 स्टूडेंट्स आत्महत्या कर चुके हैं. इस तरह के मामलों के मद्देनजर राज्य की सरकार एक बिल ला रही है जिसमें इंस्टीट्यूट्स को रेगुलेट करने की बात हो रही है.


एक विधायक द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में गृह विभाग ने कहा कि कोटा में पिछले चार साल (2019-2022) में 52 छात्रों ने आत्महत्या की है. ज्यादातर मामलों में पढ़ाई का प्रेशर और सेलेक्शन ना होना वजह माना जाता है.