मुंबई में मजदूरी, फुटपाथ पर ब‍िताई रात; 'गोल्ड मैन' के नाम से मशहूर 100 ट्रकों का माल‍िक यह शख्‍स
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मुंबई में मजदूरी, फुटपाथ पर ब‍िताई रात; 'गोल्ड मैन' के नाम से मशहूर 100 ट्रकों का माल‍िक यह शख्‍स

Who is Gold Man Manoj Singh: सोने के भारी-भरकम गहनों से लदे शख्स ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. ठाकुर मनोज सिंह नाम के इस शख्‍स की पहचान 'गोल्ड मैन' के रूप में है. उन्‍होंने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है. 

मुंबई में मजदूरी, फुटपाथ पर ब‍िताई रात; 'गोल्ड मैन' के नाम से मशहूर 100 ट्रकों का माल‍िक यह शख्‍स

Gold Man Thakur Manoj Singh: पर‍िवार की माली हालत ठीक नहीं होने के कारण एक लड़का 18 साल की उम्र में मुंबई जाता है. वहां कोई काम नहीं म‍िलने पर यह मोटिया मजदूरी करके अपना खर्च चलाता है. समय का पह‍िया घूमा और आज यह शख्‍स 100 ट्रकों का माल‍िक है. इस शख्‍स की अपनी कंपनी है और करीब 500 लोगों को नौकरी दे रखी है. 'गोल्ड मैन' के नाम से मशहूर यह शख्‍स ठाकुर मनोज सिंह हैं. मनोज स‍िंह हजारीबाग जिले के चौपारण ब्‍लॉक के गांव कुतलू के रहने वाले हैं.

सोने से लदे शख्‍स ने खींचा ध्‍यान

ठाकुर मनोज सिंह बुधवार को भारत रत्‍न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर रांची में प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में श‍िरकत करने पहुंचे थे. यहां सोने के भारी-भरकम गहनों से लदे शख्स ने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. ठाकुर मनोज सिंह नाम के इस शख्‍स की पहचान 'गोल्ड मैन' के रूप में है. उन्‍होंने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है.

मुंबई के बड़े कारोबारी हैं मनोज
30 साल पहले मजदूर के तौर पर मुंबई पहुंचे मनोज की गिनती आज महाराष्ट्र के बड़े कारोबारी के तौर पर होती है. उनकी एक ट्रांसपोर्ट कंपनी है और उसमें उन्‍होंने करीब 500 लोगों को नौकरी पर रखा हुआ है. ठाकुर मनोज सिंह मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग जिला तहत चौपारण ब्‍लॉक के गांव कुतलू के रहने वाले हैं. परिवार की माली हालत बेहद खराब थी. ऐसे में मनोज ने 18 साल की उम्र में मुंबई का रुख किया.

कई बार फुटपाथ पर रात ब‍ितानी पड़ी रात
मुंबई में कई द‍िन तक भटकने के बाद कोई काम नहीं मिला, तो उन्होंने मोटिया मजदूरी शुरू की. कभी कंधे पर, तो कभी ठेले पर सामान ढोते. इस दौरान कई बार उन्‍हें फुटपाथ पर रात ब‍ितानी पड़ी. बाद में उन्हें एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में नौकरी मिल गई. ट्रांसपोर्टिंग सेक्‍टर का अनुभव होने पर साल 2010 में उन्होंने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी बनी ली. उनकी कंपनी ने शुरुआत में मुंबई से राजकोट तक माल भेजने का काम शुरू किया. इस दौरान उन्होंने जमकर मेहनत की और वक्‍त ने भी उनका साथ दिया.

कंपनी के पास 100 से भी ज्यादा ट्रक
तरक्की हुई और कुछ ही साल में उनकी ट्रांसपोर्टिंग की बड़ी कंपनी खड़ी हो गई. आज कंपनी के पास 100 से भी ज्यादा ट्रक हैं. मुंबई और आसपास के इलाके में रहने वाले झारखंड के करीब 15 लाख लोगों के बीच वे बेहद लोकप्रिय हैं. इसके अलावा मनोज राजनीति में भी एक्‍ट‍िव हैं. साल 2014 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली. तत्कालीन शिक्षा मंत्री सह मुंबई के भाजपा अध्यक्ष आशीष सेलार के साथ उन्हें काम करने का मौका मिला.

महाराष्ट्र में भाजपा 'झारखंड सेल' के अध्‍यक्ष
इस दौरान उन्होंने पार्टी फोरम पर महाराष्ट्र में भाजपा 'झारखंड सेल' के गठन का प्रस्ताव रखा. पार्टी ने प्रस्ताव स्वीकार किया और 7 जनवरी 2021 को 'झारखंड सेल' का गठन हुआ. ठाकुर मनोज सिंह इसके अध्यक्ष बनाए गए. ठाकुर मनोज सिंह बताते हैं कि मुंबई और आसपास के इलाकों में झारखंड के करीब 15 लाख लोग रहते हैं. मनोज इन सभी की एकजुटता के लिए काम कर रहे हैं. मनोज कहते हैं क‍ि झारखंड मेरी जन्मभूमि है, तो महाराष्ट्र कर्मभूमि. वह मुंबई में भाजपा के 'झारखंड सेल' की तरफ से हर साल कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिसमें झारखंड भाजपा के बड़े नेता शामिल होते हैं. 

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