Khalistani Terrorist: भारत विरोधी अभियानों के लिए पाकिस्तान के मशहूर शख्स और खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे की सोमवार को पाकिस्तान में मौत हो गई है. वह 72 साल का था. इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) के स्वयंभू प्रमुख और मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा, लखबीर सिंह को यूए (पी) ए के तहत एक 'व्यक्तिगत आतंकवादी' के तौर पर लिस्ट किया गया था.


लखबीर सिंह की मौत


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखबीर सिंह के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने पाकिस्तान में उनकी मौत की पुष्टि की है, उन्होंने कहा कि उनके भाई का सोमवार को पाकिस्तान में अंतिम संस्कार किया जा चुका है. हाल ही में, मोहाली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने पंजाब के मोगा जिले में नामित आतंकवादी की जमीन को जब्त करने का आदेश दिया था. यह जमीन मोगा जिले की बाघापुराना तहसील के स्मालसर के पास कोठे गुरुपुरा गांव में है.


1 अक्टूबर 2021 में दिया आदेश


यह आदेश एनआईए के जरिए 1 अक्टूबर 2021 को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, यूएपीए, एनडीपीएस अधिनियम और आईपीसी के तहत दर्ज मामले में दिया था. टिफिन बम विस्फोट से जुड़े मामले में जलालाबाद पुलिस स्टेशन में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत 16 सितंबर, 2021 को एफआईआर दर्ज की गई थी. विस्फोट 15 सितंबर, 2021 को शाम 7.57 बजे फाजिल्का जिले के जलालाबाद में पंजाब नेशनल बैंक के पास हुआ था. ISYF की स्थापना 1984 में हुई थी और यह कनाडा और यूके में काफी सक्रिय है, इसके प्रमुख रोडे लाहौर में बसा है.


रोडे ने पंजाब में शांति भंग करने के लिए आईएसआई के साथ मिलकर काम किया और पंजाब पुलिस के जरिए पिछले कुछ सालों में भंडाफोड़ किए गए सभी टिफिन बम मॉड्यूल उसी की करतूत थी. रोडे 2021 के लुधियाना कोर्ट विस्फोट का मुख्य साजिशकर्ता था. रोडे के भतीजे और पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के बेटे को भी आरडीएक्स और टिफिन बम की बरामदगी के मामले में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था.