पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जनता दल से इस्तीफा देने के बाद न सिर्फ जदयू में हलचल तेज हो गई है, बल्कि बिहार की सियासत में भी हलचल मच गई है. बिहार में जदयू के फिर से राजद के साथ जाकर सरकार बनाने की चर्चा है, वहीं जदयू खुद को एकजुट भी दिखाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि पार्टी के टूटने का भी खतरा पैदा हो गया है. उल्लेखनीय हे कि जदयू द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर भट्राचार के इल्जाम लगाए जाने के बाद सिंह ने जदयू से त्याग पत्र दे दिया था. जदयू ने इल्जाम लगाया था कि राज्यसभा सांसद और फिर केंद्रीय मंत्री रहते आरसीपी सिंह ने गलत तरीके से अकूत अचल संपत्ति बनाई है. इसके बाद सिंह ने जदयू से इस्तीफा दे दिया. 
वैसे, आरसीपी सिंह और नीतीश कुमार के रिश्ते में खटास कुछ महीने से ही देखी जा रही है. इधर, सिंह के इस्तीफा दिए जाने के बाद जदयू को भी पार्टी के टूटने का डर सताने लगा है. माना जा रहा है कि आरसीपी सिंह को लेकर इतवार को राष्ट्रीय सद्र ललन सिंह द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी जदयू ने अपने बडे़ सभी नेताओं को उतारकर यह संकेत देने की कोशिश की है कि सिंह के जाने से जदयू पर कोई असर नहीं पड़ता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इतवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुश्वाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, जल संसाधन मंत्री संजय झा, मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.
इधर, सिंह के इस्तीफा दिए जाने के बाद जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे मुकेश कुमार सिंह, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विनय यादव, जदयू नेता मुन्ना हुसैन सहित कई नेताओं ने सिंह की हिमायत में इस्तीफा दिया है. 
जदयू के पूर्व प्रक्ता डॉ. अजय आलोक भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद कर दिया है. इस बीच, जदयू का कोई भी नेता इस संबंध में खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है. जदयू के एक नेता ने दबी जुबान में कहा कि सिंह पार्टी के कई महत्वपूर्ण ओहदों  पर रह चुके हैं. कई नेता आज भी उनकी वजह से ही पार्टी में बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि कई नेता उनके इशारे का ही इंतजार कर रहे हैं, इशारा मिलते ही नेता जदयू से इस्तीफा दे देंगे.  

ऐसी ही खबरों के लिए विजिट करें zeesalaam.in