Jammu and Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी योग दिवस पर श्रीनगर की अपनी यात्रा के दौरान इसका जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की टीम ने जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की है. चुनाव की तारीख तय करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होगी.


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परीसीमन के बाद राज्य का दर्जा
सिन्हा ने याद दिलाया कि 5 अगस्त 2019 को गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि पहले परिसीमन होगा, उसके बाद विधानसभा चुनाव होंगे और फिर राज्य का दर्जा बहाल होगा. इस प्रक्रिया में सभी काम चल रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही विधानसभा चुनाव होंगे. इसे लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि हम राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव कराएंगे.


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विभाजनकारी ताकतों को जवाब
राजीव कुमार ने कहा कि कई अंदरूनी ताकतें सोचती हैं कि हम चुनावों को प्रभावित कर देंगे. हमें यकीन है कि जम्मू कश्मीर के लोग विभाजनकारी ताकतों को उचित जवाब देंगे. सभी राजनीतिक पार्टियां जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में जम्मू कश्मीर के लोगों की भागीदारी काबिले तारीफ थी. पिछले कई दशकों में जो नहीं हुआ वो आपने कर दिखाया है. खासतौर पर महिलाओं और युवाओं ने चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.


लोगों ने लोकतंत्र को चुना
राजीव कुमार ने कहा कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र, शांति और सद्भावना को चुना है. प्रत्याशियों की भागीदारी और वोट प्रतिशत के मापदंड यहां के लोगों ने तय किए हैं. अब हमारे सामने उस मापदंड को आगे बढ़ाने की चुनौती है. आप ने जो बुनियाद बनाई है, उस पर अब बुलंद इमारत सजानी है. नई मंजिल और नए आसमान को पाना है. उन्होंने कहा कि अब राज्य को निर्वाचित सरकार देकर आगे बढ़ाने का समय आ गया है. लोकसभा चुनाव में पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं, जो पिछले कई दशकों में नहीं हुआ, वो आपने करके दिखाया.