भोपाल: बाबरी मस्जिद मामले का फैसला आने के बाद एक जहां बीजेपी लीडरों में खुशी है तो वहीं दूसरे तबके में अदालत के फैसले को लेकर नाराज़गी है. वहीं इस कड़ी में अब कांग्रेस भी आगई है. कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने समाज सेवकों के बरी होने पर बधाई दी. साथ ही सवाल किया कि 28 सालों तक शरपसंद अनासिर (अराजक तत्वों) को जांच एजेंसियां नहीं ढूंढ पाई, वे पाकिस्तान से आये होंगे? 


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कांग्रेस लीडर ने कहा कि समाज सेवकों के बरी होने पर मुबारकबाद. 28 सालों तक शरपसंदों को जांच एजेंसियां नहीं ढूंढ पाई, वे पाकिस्तान से आये होंगे? 1800 बेकुसूर लोगों की मौतों का जवाबदार कौन? सुप्रीम कोर्ट ने कहा था मुतनाज़ा मकाम (विवादास्पद स्थल) पर रामलला विराजित थे, तो तबाह मंदिर हुआ या मस्जिद क्या मंदिर ढहाने वाले हिन्दू हो सकते हैं?


जबकि इसी फैसले पर कांग्रेस लीडर और प्रदेश के साबिक वज़ीरे कानून पीसी शर्मा ने कानून इंतेज़ामात और अदलिया (न्यायपालिका) पर सवाल उठाएं हैं. कांग्रेस लीजर ने कहा कि मुल्क में मोदी की कयादत में हिटलरशाही चल रही है. मोदी और शाह का रिमोट कंट्रोल चल रहा है. उन्होंने कहा 28 साल केस चले और किसी पर भी कोई कार्यवाही नहीं, मै समझता हूं यह क्वेश्चन? मार्क है.


क्या सुनाया अदालत ने फैसला
सीबीआई कोर्ट के जज सुरेंद्र कुमार यादव ने केस का फैसला पढ़ते हुए कहा कि बाबरी विध्वंस की वारदत पहले से तय नहीं थी बल्कि यह सब अचानक हुआ. गैर समाजी अन्सर ने ढांचा गिराया था और मुल्ज़िम लीडरों ने इन लोगों को रोकने की कोशिश की थी. मुल्ज़िमों के खिलाफ मुनासिब सबूत नहीं हैं और सीबीआई की जानिब से जमा किए गए ऑडियो और वीडियो सबूतों की सदाकत की जांच नहीं की जा सकती है. इसलिए केस के सभी 32 मुल्ज़िम बाइज्जत बरी किए जाते हैं. 


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