Birth Of Daughter Celebration: एमपी के खंडवा के एक परिवार ने बेटियों को बोझ मानने वाले लोगों को बड़ा पैग़ाम दिया है. खंडवा के इमरान और सलमा ने लोगों को ये संदेश दिया है कि बेटी बोझ नहीं बल्कि रहमत होती है. दोनों के यहां जब नन्हीं परी ने जन्म लिया तो उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. इमरान और उनके परिवार ने बेटी का बहुत ही शानदार तरीक़े से स्वागत किया. बेटी का जन्म होने पर इस परिवार ने मिठाइयां बांटकर एक दूसरे का मुंह मीठा कराया और गांव में पहुंचने पर जमकर आतिशबाज़ी की.


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घर ले जाने के लिए परिवार के लोगों ने पहले जननी एक्सप्रेस वाहन की अच्छी तरह सफ़ाई कराई और फिर उसे फूलों और रंग- बिरंगे ग़ुब्बारों से सजाया गया. इस मौक़े पर परिवार ने लोगों ने बेटी के जन्म पर ख़ुशी का इज़हार करते हुए बताया कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं होता. आज के दौर में लड़कियां,लड़कों से किसी भी तरह कम नहीं हैं. परिवार ने संदेश दिया कि बेटा और बेटी सब ईश्वर की देन हैं, बेटियां बोझ नहीं बल्कि घर की रौनक़ होती हैं. खंडवा ज़िले के बलवाड़ा के रहने वाले इमरान और सलमा की पिछली साल शादी हुई थी. अब उनके यहां नन्हीं परी के आने पर जश्न का माहौल है.



अस्पताल से छुट्टी होने के बाद बेटी को घर लाने के लिए गाड़ी को दुल्हन की तरह सजाया गया,पूरे गांव में मिठाइयां बांटी गईं. इस मौक़े पर जननी सुरक्षा वाहन चला रहे ड्राइवर ने भी अपनी ख़ुशी जा़ाहिर की. उसने कहा कि इस तरह का मामला पहली बार देखने में आया है, जब बेटी होने की ख़ुशी में जश्न मनाया जा रहा है. गांव के लोगों ने बताया कि इमरान और सलमा ने जिस तरह से बेटी का स्वागत किया है, वो ये बताने के लिए काफ़ी है कि बेटा और बेटी दोनों में कोई अंतर नहीं. पूरा गांव बेटी पैदा होने पर ख़ुशी मनाता नज़र आया.


Reporter: Pramod Sinha 


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