मुंबईः मोदी बिरादरी को चोर बताने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हुई दो साल की सजा के बाद महाराष्ट्र विधानसभसा में भी राहुल गांधी को लेकर बवाल मच गया है. विपक्षी महा विकास अघाड़ी के विधायकों ने गुरुवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना के सदस्यों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पोस्टर को चप्पल से मारने का इल्जाम लगाया है. हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर के बारे में उनकी कथित टिप्पणी के खिलाफ महाराष्ट्र विधानमंडल परिसर की सीढ़ियों पर चप्पल नेताओं ने उनके पोस्टर पर चप्पल मारे थे. 


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सत्तारूढ़ विधायकों पर भड़के स्पीकर 
उधर, विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने भी सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की इस हरकत पर नाराजगी जताई और जांच का वादा किया है.  स्पीकर नार्वेकर ने कहा, “मैं पूरी जांच करूंगा और रिकॉर्डिंग देखूंगा. ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए वरना कड़ी कार्रवाई की जाएगी.“ सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की खिंचाई करते हुए नार्वेकर ने कहा, “अगर आप निंदा करना चाहते हैं, तो उचित मंच पर करें.’’ स्पीकर ने कहा कि अभी तक, मुझे (घटना पर कार्रवाई के लिए) कोई नोटिस नहीं मिला है. 

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी जताई नाराजगी 
वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी विपक्षी के इस ऐतराज से सहमति जताते हुए विधान भवन परिसर में इस तरह की हरकतें करने को गलत बताया है, लेकिन गांधी को उनकी “निम्न स्तर की प्रवृत्ति“ यानी सावरकर को लेकर दिए बयान की भी निंदा की है. फडणवीस ने कहा कि सावरकर ने अंडमान में 11 साल जेल में बिताए थे, और उन पर राहुल गांधी के हमले की निंदा की जानी चाहिए. 

गौरतलब है कि इस मुद्दे को विधानसभा में कांग्रेस के विधायक बालासाहेब थोराट ने उठाया था, जिसे विपक्ष के नेता अजीत पवार ने समर्थन दिया था. दोनों ने सत्ताधारी गठबंधन के सदस्यों की कार्रवाई की निंदा की थी, और थोराट ने इस कृत में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
इससे पहले, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों द्वारा सावरकर पर उनकी टिप्पणी के लिए राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी करने के कारण विधानसभा दो बार स्थगित हुई.


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