Mahmood Madani ने कहा अल्पसंख्यकों पर हो रहा जुल्म, इन रिपोर्ट्स का दिया हवाला
Mahmood Madani on Minority: महमूद मदनी ने अल्पसंख्यकों को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हमारी बदनसीबी है कि पिछले कुछ वक्त में नुकसान पहुंचाने वाली ताकतों का असर बढ़ा है. पढ़ें पूरी खबर
Mahmood Madani on Minority: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सद्र (अध्यक्ष) मौलाना महमूद असद मदनी ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्मों को लेकर आरएसएस नेता राम माधव के बयान को सच्चाई से आंखें फेरने वाला बताया है. आपको बता दें राम माधव ने इंडोनेशिया के आर-20 प्रोग्राम में मज़हबी नेताओं को खिताब (संबोधित) करते हुए कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों पर ज़ुल्म होने का आंकड़ा झूठा है. भारत की जमीन ने हमेशा मज़लूम (उत्पीड़ित) लोगों का इस्तकबाल किया है.
मौलाना मदनी ने क्या कहा?
मौलाना मदनी ने अपने बयान में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि बेहद शानदार रही है. खास तौर पर अनेकता में एकता और मज़लूमों (उत्पीड़ितों) की हिमायत का हमारी महान परंपरा रही है. लेकिन यह हमारी बदनसीबी है कि पिछले कुछ सालों में इसे नुकसान पहुंचाने वाली ताकतों का असर बढ़ा है. ये ताकतें कुछ सियासी लोगों के ज़रिए देश से अल्पसंख्यकों, खास तौर पर मुसलमानों को निशाना बना रही हैं. यह ऐसा सच है जिसे झुटलाया नहीं जा सकता है.
महमूद मदनी ने दिया रिपोर्ट का हवाला
महमूद मदनी ने इस दौरान कई रिपोर्ट का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा टाइम मैगजीन की रिपोर्ट (2021), पैनल ऑफ इंडिपेंडेंट इंटरनेशनल एक्सपर्ट (जून 2022), एमनेस्टी इंटरनेशनल रिपोर्ट (2022) और अन्य राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टें इसका खुले सुबूत हैं.
अल्पसंख्यकों पर जिस्मानी और ज़ुबानी हमले बढ़े
मौलाना मदनी ने कहा कि यह पोसिबल है कि कुछ रिपोर्ट गुमराह करने वाली हों, या फिर बढ़ा चढ़ा कर पेश की गई हों लेकिन कुल मिलाकर यह फैक्ट साफ है कि अल्पसंख्यकों पर जिस्मानी और ज़ुबानी हमले हुए हैं. उनके खिलाफ नफरती बयानों का सिलसिला बढ़ा है और इस मामले को लेकर कानून का पालन कराने वाली एजेंसीज़ एक्शन लेने में नाकाम रही हैं. खुद देश के सबसे बड़े न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने हेट स्पीच फिक्र ज़ाहिर की थी.
मौलाना मदनी ने कहा कि हमें फैक्ट्स को छिपाने की जरूरत नहीं है. ज़ुल्म हुआ है इस बात को नकारना इस मातृभूमि के प्रति वफादारी नहीं है, बल्कि ज़ुल्म करने वालों को जुल्म से रोकना और लाचार लोगों की मदद करना ही देश की असल सेवा है. हमारे पास एक मजबूत लोकतंत्र और न्यायिक तंत्र है, हमें सच्चाई का सामना करते हुए एक्शन लेना चाहिए ताकि देश विरोधी तत्वों को हमारे बारे में गलतफहमियां फैलाने का मौका न मिले और हमारी महानता और प्रसिद्धि पर दाग लगाने वाले नाकामयाब हो जाएं.