इस गैंग  में  5 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल थे, जो उत्तर प्रदेश के कई जिलों से थे.  इस गैंग के लोग गाँवों में घुसकर उन लड़कों  की खोज करते हैं' जो शादी करने के इच्छुक हों. वे उनसे कहते थे कि हमें एक लड़की की जानकारी है, हम उससे आपकी शादी कराएंगे, लेकिन हमें उसके लिए कुछ पैसे चाहिए. इसके बाद वे पैसे लेकर शादी करवाते थे और कुछ दिनों बाद वह दुल्हन घरवालों को किसी खाने पीने की चीज़ में नशीले पदार्थ मिलाकर पैसों और गहनों की चोरी कर घर से फ़रार हो जाती थी.  


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रामगंज पुलिस स्टेशन के शिशुपाल नामक निवासी के साथ भी इसी प्रकार की घटना हुई थी. उन्होंने 80 हजार रुपये देकर रेनु नामक लड़की से शादी की थी, जिसके बाद रेनु ने भोजन में नशीले पदार्थ मिला कर पूरे परिवार को अचेत कर दिया और सोने-चांदी के आभूषणों के साथ गायब  हो गई. इस साजिश से पर्दा उठते ही , पुलिस ने इस गैंग की गिरफ्तारी को अंजाम दिया. पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने और अगर किसी के पास इस सम्बंध में और जानकारी है तो पुलिस से सहायता मांगने का सुझाव दिया है. 


गौरतलब है कि इस तरह की वारदात पहले भी up सहित कई दूसरे प्रदेश में भी सामने आ चुकी है. यह संगठित अपराध का एक तरीका है, जिसमें फर्जी दुल्हन, उसके फर्जी माँ-बाप और भाई बहन सब तैयार रहते हैं. शादी होने के बाद दूल्हा के घर से कीमती सामन लूटकर लड़की रात में फरार हो जाती है. चूंकि, इस गैंग के लोग अपना कोई असली पता या दस्तावेज़ नहीं रखते हैं, इसलिए वो आसानी से  पुलिस कि पकड़ में भी नहीं आ पाते हैं. इस घटना के बाद पुलिस ने अजनबी लोगों के कहने पर शादी- ब्याह करने से लोगों को मना किया है.