ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सभी विपक्षी पार्टियों को बीजीपे सरकार को हटाने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार पर कथित भेदभावपूर्ण रवैये का इल्जाम लगाया है और दो दिन का धरना शुरू किया है.


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सभी धर्मों के लोग आएं साथ


ममता बनर्जी ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में सभी विपक्षी पार्टियां बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ें. उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी और आम आदमी के बीच लड़ा जायेगा. ममता बनर्जी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी धर्मों हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई और पार्सी को भगवा पार्टी को हराने के लिए एक साथ आना होगा.


केंद्र सरकार ने नहीं दी निधि


ममता बनर्जी ने केंद्र की स्कीमों के तहत कथित तौर से निधि जारी नहीं किए जाने के खिलाफ धर्ना शुरू किया है. ममता बनर्जी के मुताबिक केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और दूसरे आवासीय एवं सड़क विभाग की योजनाओं के तहत निधि नहीं जारी की गई है. 


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छात्रों की बंद की गई छात्रवृत्ति


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सड़कों को बनाने के ताल्लुक से एक प्रोजेक्ट का उद्घाटन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने मनरेगा और इंदिरा आवास योजना (ग्रामीण) के लिए धन जारी करना बंद कर दिया है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति भी बंद कर दी गई है. ममता का कथित तौर पर इल्जाम है कि मनरेगा के तहत काम पूरा करने वाले राज्यों की सूची में शीर्ष पर होने के बावजूद केंद्र ने इस योजना के तहत लंबित 7,000 करोड़  रुपये से ज्यादा की राशि जारी नहीं की है. 


30 मार्च तक होगा धर्ना


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को इल्जाम लगाया कि पश्चिम बंगाल को केंद्र से उसका बकाया नहीं मिला और इस साल बजट में भी राज्य को कुछ नहीं मिला है. इसलिए सरकार के पश्चिम बंगाल के प्रति भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना दूंगी. इसे 30 मार्च शाम तक जारी रखूंगी. 


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