यूपी में अल्पसंख्यक समाज के पुरुष अपनी बेटियों पर लगा रहे हैं ये पाबंदी, मौलाना ने बताई वजह
UP News: उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समाज के लोग अपनी बेटियों पर हिंदू समाज के लड़कों से बातचीत पर पाबंदी लगा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मुस्लिम लड़की और गैर मुस्लिम लड़कों के वीडियोज के चलते यह फैसला लिया गया है.
बरेली: सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनको लेकर दावा किया जा रहा है कि कुछ मुस्लिम लड़कियां गैर मुस्लिम लड़कों के साथ घूम रही हैं और उनका अफेयर चल रहा है. इन वीडियोज को दोनों पक्ष के लोग अपने-अपनी तरीके पेश करते हैं. मामला यहां तक बढ़ गया कि अब राज्य में मुस्लिम पुरुषों अपनी बेटियों के गैर मुस्लिम लड़कों से बातचीत करने पर रोक लगा रहे हैं. यह जानकारी पुलिस ने दी है.
कुछ दिनों में इस तरह की चार घटनाएं सामने आ चुकी हैं. पुलिस का कहना है कि और भी घटनाएं हो सकती हैं. इन ग्रुपों ने मुख्य रूप से पब्लिक प्लेस पर अविवाहित अंतर्धार्मिक जोड़ों को निशाना बनाया है. अन्य धर्मों के लोगों को शर्मिदा किया गया और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की गईं. बरेली में 24 वर्षीय एक युवती और रेलवे कर्मचारी उसके पुरुष मित्र को 21 मई को कुछ लोगों ने स्थानीय होटल के मैनेजमेंट से सूचना मिलने के बाद परेशान किया गया.
उन्होंने लड़की के वीडियो शूट किए और इसे अपनी बेटियों को भगवा जिहाद से बचाओ और अपने समुदाय में एक प्रेमी ढूंढो जैसे मैसेज के साथ ऑनलाइन शेयर किया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. 21 मई को एक अन्य घटना में, मुरादाबाद के भोजपुर इलाके में अपने पुरुष दोस्त के साथ खरीदारी कर रही एक 18 वर्षीय लड़की को सार्वजनिक रूप से परेशान किया गया. वीडियो वायरल होने के बाद केस दर्ज किया गया.
15 मई को मेरठ और मुजफ्फरनगर में इसी तरह की दो घटनाएं हुईं. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अब तक मुजफ्फरनगर में चार और मुरादाबाद में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. नाम न छापने की शर्त पर एक स्थानीय मौलवी ने दावा किया, दक्षिणपंथी समूह के नेताओं के अपने समुदाय के लोगों से हमारी बेटियों की शादी करके उनका धर्म बदलने के लिए कहने वाले वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं. मौलवी ने कहा, इन वीडियो के सामने आने के बाद, हमारे समुदाय की बेटियों को निशाना बनाया गया और उनका विश्वास बदल गया. अब हम इसको खत्म करना चाहते हैं और अपनी बेटियों को बचाना चाहते हैं.
एडीजी बरेली जोन, प्रेम चंद मीणा ने कहा, इक्का-दुक्का घटनाओं की जानकारी मिली है, जहां अंतर-धार्मिक जोड़ों को अल्पसंख्यक ग्रुपों के ज़रिए टार्गेट किया गया, हमने हर मामले में आवश्यक कार्रवाई की.
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