Bhopal Stray Dogs: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों आवारा कुत्ते, लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं. वे राह चलते लोगों को अपना निशाना बनाते हैं. आवारा कुत्ते सबसे ज्यादा बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं. इन आवारा कुत्तों के खिलाफ नगर निगम ने मुहिम चलाई, मगर, पेट लवर्स इस मुहिम को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं. भोपाल के तकरीबन हर हिस्से से आवारा कुत्तों द्वारा सड़क चलते लोगों को काटने की खबरें लगातार मिल रही हैं. बच्चों को काटने के मामलों में भी दिन व दिन इजाफा देखा जा रहा है. मंगलवार को दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर आवारा कुत्तों द्वारा राहगीरों को काटने के मामले सामने आए हैं. अस्पतालों में भी बड़ी तादाद में कुत्तों के हमले में जख्मी हुए लोग पहुंचे.


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भोपाल में आवारा कुत्तों का सितम
बीते कुछ दिनों में नगर निगम को 320 लोगों को कुत्तों के काटे जाने की शिकायतें मिलीं. बता दें कि, भोपाल में 10 जनवरी को सात माह के एक मासूम को कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला था. इस बीच, जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया था कि, प्रशासन के जरिेए बच्चे के परिजनों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल पहुंचाई गई है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद नगर निगम ने इलाके से आठ से ज्यादा आवारा कुत्तों को पकड़ा.



लगातार बढ़ रहे है हादसे
इस घटना के बाद से ही आवारा कुत्तों द्वारा काटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. उसके बाद से ऐसी शिकायतों की बाढ़ सी आ गई है. प्रशासन इस मामले में सक्रिय हुआ और जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भी जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए. नगर निगम प्रशासन ने भी आवारा कुत्तों को पकड़ने की मुहिम शुरू की. मगर, इस अभियान में सबसे बडी रूकावट पेट लवर्स बन रहे हैं. दरअसल, नगर निगम की जो टीम कुत्तों को पकड़ने जाती है, उस पर पेट लवर्स हमला करने को तैयार हो जाते हैं.  पिपलानी थाने में तो पेट लवर्स के खिलाफ शिकायत भी की गई है और बताया गया है कि आवारा कुत्ते को लेकर कुछ लोगों ने नगर निगम की टीम के साथ मारपीट की और कार में तोड़फोड़ भी की.