Mumbai News: मुंबई पुलिस ने नवी मुंबई के इलाके में गैर-कानूनी तरीके से चल रहे एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है.  पुलिस ने कॉल सेंटर के संचालन और लाखों की ठगी करने के इल्जाम में राजस्थान के रहने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी मुबंई पुलिस के एक अफसर ने दी.


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एडिशनल पुलिस कमिश्नर ( EOW AND CYBER ) डॉ. विशाल नेहुल ने कहा, "मुल्जिमों ने कथित तौर पर लोगों को ऑनलाइन काम करने का लालच देकर और अच्छी रकम देने का वादा करके धोखाधड़ी की. पुलिस ने इस मामले में  27 नवंबर को नेरुल के एक मॉल के दुकान में छापा मारा जिसमें राजस्थान के रहने वाले  मुल्जिम रणवीरसिंह नरपतसिंह कानावत (28), अमरजीत प्रकाश यादव (21) और जितेंद्र पूरनचंद मडैया (21) को गिरफ्तार कर लिया".


वहीं, एक अफसर ने कहा कि तीनों मुल्जिमों को एक पीड़ित की शिकायत के बुनियाद पर गिरफ्तार किया गया था, जिससे कथित तौर पर दो महीने में 32.63 लाख रुपये की ठगी की गई थी.
 
छापेमारी के दौरान इन चीजों को किया जब्त 
साइबर थाने के सीनियर  इंसपेक्टर गजानन कदम ने कहा कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने 12 मोबाइल फोन, 21 सिम कार्ड, 13 डेबिट कार्ड, आठ चेकबुक और अलग-अलग कंपनियों के 14 रबड़ स्टांप समेत कई और सामान जब्त किए. उन्होंने कहा, " मुल्जिमों ने नए मॉल में दुकानें किराए पर ली, फर्जी कंपनियों के नाम पर उद्यम पंजीकरण किया और बैंक खाते खोले".


 बैंकों में जमा 84.95 लाख रुपये पुलिस ने किए ‘फ्रीज’ 
अफसर ने कहा कि जांच में पता चला है कि मुल्जिम नासिक, डोंबिवली, नागपुर और हरियाणा राज्य में चार ऐसे ही क्राइम में पहले भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि पुलिस बैंक खातों को ‘फ्रीज’ करने के लिए कार्रवाई कर रही है. जबकि कई बैंकों में 84.95 लाख रुपये ‘फ्रीज’ कर दिए गए हैं.