भारत- पाकिस्तान सीमा और LOC पर जवानों को मुस्लिम छात्राओं और महिलाओं ने बांधी राखी
रक्षाबंधन मनाने के लिए कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों और सैन्य शिविरों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें मकामी लोगों के जरिए सेना, अर्द्धसैन्य बल और पुलिस के कर्मियों को राखी बांधने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं.
जम्मू/श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सैनिकों और अर्द्धसैन्य बलों के जवानों को स्कूली छात्राओं और महिलाओं ने इतवार को रक्षाबंधन के मौके पर राखी बांधी. रक्षाबंधन मनाने के लिए कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों और सैन्य शिविरों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें मकामी लोगों के जरिए सेना, अर्द्धसैन्य बल और पुलिस के कर्मियों को राखी बांधने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक तर्जुमान ने बताया कि जम्मू में सीआरपीएफ के समूह मुख्यालय में ‘भारत रक्षा पर्व’ का आयोजन किया गया. प्रवक्ता ने कहा कि आगंतुकों ने अधिकारियों और जवानों की कलाई पर राखी बांधी और उनके माथे पर तिलक लगाया और उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना भी की. खबरों के मुताबिक कई हिंदू महिलाओं ने अपने मुस्लिम पड़ोसियों को राखी बांधी, जबकि एक मुस्लिम महिला ने भी एक हिंदू को राखी बांधी. रक्षाबंधन का त्योहार पूरे जम्मू क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया.
सैन्य शिविर में राखी लेकर पहुंची काॅलेज की छात्राएं
डोडा जिले के भदरवाह में सरकारी डिग्री कॉलेज में राष्ट्रीय कैडेट कोर के समूह की लड़कियों ने सेना के एक शिविर में सैनिकों को राखी बांधी. एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक लड़की सांबा जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक शिविर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान को राखी बांधती दिखी. वीडियो में लड़की कह रही है, ‘‘आज हम देश की सीमाओं की हिफाजत करने वाले अपने जवानों के साथ रक्षाबंधन त्योहार मना रहे हैं. लड़की ने कहा, ‘‘हमारे आने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि अपने घर से दूर सरहद पर तैनात जवानों को यह महसूस न हो कि इस महत्वपूर्ण दिन पर उनकी बहनें उनके साथ नहीं हैं.’’
स्थानीय महिलाओं ने बहनों का फर्ज निभाया
एक महिला ने कहा कि वह बीएसएफ जवानों के चेहरे पर मुस्कान देखकर खुश हैं. बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम अपनी बहनों के शुक्रगुजार हैं, जो हमारे साथ त्योहार में शामिल हुईं और परिवारों से दूर रहने के बावजूद हमें घर जैसा महसूस कराया.’’ एक आधिकारिक तर्जुमान ने बताया कि श्रीनगर में मकामी महिलाओं का एक समूह सीआरपीएफ शिविर पहुंचा और जवानों की कलाई पर राखी बांधी. इस मौके पर उन्होंने मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान किया. उधमपुर जिले में आदर्श कॉलोनी के निवासियों ने एक साथ त्योहार मनाकर सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल कायम की.
जवान और अफसर भी राखी बंधावर हुए खुश
बुलेवार्ड में सीआरपीएफ की 144वीं बटालियन के सेकेंड-इन-कमांड अजय वर्मा ने कहा कि रक्षाबंधन भाई और बहन के बीच के बंधन को मनाने का त्योहार है जहां भाई अपनी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेता है. उन्होंने शिविर में आकर जवानों को राखी बांधने के लिए महिलाओं का आभार व्यक्त किया. प्रवक्ता ने कहा कि यह कार्यक्रम बटालियन द्वारा जम्मू कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी के सहयोग से आयोजित किया गया. एक अन्य वीडियो में मुस्लिम लड़कियों को पुंछ जिले के मेंढर में नियंत्रण रेखा के पास सेना के जवानों को राखी बांधते देखा गया.
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