नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में ED की छापेमारी, सोनिया और राहुल से हाल ही में हुई थी लंबी पूछताछ
National Herald Case:` ED ने दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड के ऑफिस पर छापा मारा है. छापे से पहले ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कई दिनों तक लंबी पूछताछ की थी, जिसके खिलाफ कांग्रेस ने देशभर में विरोध-प्रदर्शन किया था.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद नेशनल हेराल्ड के छापेमारी की है. खबर आ रही है कि ईडी नेशनल हेराल्ड दफ्तर में छानबीन कर रही है. इससे पहले हाल ही में ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछाताछ के लिए बुलाया था.
जानकारी के मुताबिक ईडी को National Herald Case केस से जुड़े कुछ दस्तावेजों की तलाश है, जिसे हासिल करने के लिए ईडी फिलहाल नेशनल हेराल्ड और नवजीवन के ऑफिस हेराल्ड हाउस में छापेमारी (Raids at Herald House) की जा रही है. इसके अलावा ये भी खबर आ रही है कि इस केस जुड़े कई अहम लोगों के यहां भी छापेमारी हो सकती है.
गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने National Herald Case ही में 27 जुलाई को सोनिया गांधी से करीब 11 घंटे पूछताछ की थी. सोनिया गांधी से पूछताछ का ये सिलसिला तीन दिन तक चला था. इस दौरान ईडी ने सोनिया गांधी से 40 से ज्यादा सवाल पूछे थे. वहीं सोनिया गांधी से पहले ईडी राहुल गांधी से भी करीब 50 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है. सोनिया और राहुल से पूछताछ के दौरान कांग्रेस ने देशभर में ईडी के इस कदम का सख्त विरोध-प्रदर्शन किया था.
इस मौके पर गहलोत ना कहा कि ED द्वारा हेराल्ड हाउस पर छापेमारी केन्द्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक है. श्रीमती सोनिया गांधी एवं श्री राहुल गांधी को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने के बाद ED अब फेस सेविंग के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है. इस पूरे मामले में कोई मनी ट्रांजेक्शन ही नहीं हुआ तो मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हो सकती है. ED ने जुलाई, 2015 में इस केस को बन्द कर दिया था परन्तु केन्द्र सरकार ने उस समय के जांच अधिकारी का तबादला कर नए अधिकारियों पर दबाव डाला और बदले की भावना से कार्रवाई शुरू की.
Koo App
ED द्वारा हेराल्ड हाउस पर छापेमारी केन्द्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक है। श्रीमती सोनिया गांधी एवं श्री राहुल गांधी को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने के बाद ED अब फेस सेविंग के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। इस पूरे मामले में कोई मनी ट्रांजेक्शन ही नहीं हुआ तो मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हो सकती है। ED ने जुलाई, 2015 में इस केस को बन्द कर दिया था परन्तु केन्द्र सरकार ने उस समय के जांच अधिकारी का तबादला कर नए अधिकारियों पर दबाव डाला और बदले की भावना से कार्रवाई शुरू की। 1/2
- Ashok Gehlot (@gehlotashok) 2 Aug 2022
ये वीडिये भी देखिए: Farmani Naaz Exclusive: हर हर शंभू गाने वाली फरमानी ने विरोधियों के लिए गाई नात, देखिए वीडियो