Neeraj Chopra Mother: भारत की झोली में पांचवा मेडल आ गया है. नीरज चोपड़ा ने भारत को इस ओलंपिक में पहला सिल्वर दिला दिया है. जिसके बाद उनकी मां सिरोज देवी का बयान आया है, इस बयान ने न सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान में बैठे लोगों का भी दिल जीत लिया है. दरअसल नीरज की माता ने पाकिस्तान के अरशद नदीम पर एक कमेंट किया है, जो काफी वायरल गो रहा है.


अरशद नदीम ने तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अरशद नदीम ने  92.97 मीटर दूर भाला फेंक कर नीरज चोपड़ा को शिकस्त दी है और गोल्ड मेडल हासिल किया है. इस हार के बाद नीरज सिल्वर पाने में कामयाब हो पाए हैं. अब नीरज चोपड़ा की मां ने पाकिस्तान के गोल्ड मेडलिस्ट अरशद नदीम के प्रति अपार गर्व और गर्मजोशी जाहिर की है.


क्या बोलीं नीरज चोपड़ा की मां?


नीरज चोपड़ा की वालिदा सरोज देवी ने कहा,"हम सिल्वर से खुश हैं. जिसने गोल्ड मेडल जीता (अरशद नदीम) वह भी हमारा बच्चा है." नीरज चोपड़ा का यह रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, पाकिस्तानी और भारतीय फैंस उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें:  मुझे पहुंचा दुख, विनेश पर क्या बोले नीरज चोपड़ा?



नीरज चोपड़ा की मां के शब्द एथलीटों के बीच मौजूद साझा बंधन और आपसी सम्मान की याद दिलाते हैं, चाहे नतीजा कुछ भी हों. सीमाओं और प्रतिद्वंद्विता से अक्सर बांटती दुनिया में, अरशद नदीम को "हमारा भी बच्चा" कहकर गले लगाने का उनका इशारा एकता और खेल भावना के एक शक्तिशाली संदेश के रूप में गूंजता है.


नीरज के पिता ने क्या कहा?


वहीं नीरज चोपड़ा के पिता सतीश चोपड़ा का भी बयान आया है. उन्होंने कहा, "हर किसी का अपना दिन होता है. आज पाकिस्तान का दिन था. लेकिन हमने रजत पदक जीता है और यह हमारे लिए गर्व की बात है. मुझे लगता है कि उनके प्रदर्शन में कमर की चोट काफी इफेक्टिव रही है."


 


यह भी पढ़ें: कभी जैवलिन के लिए नहीं थे पैसे, अब तोड़े सारे रिकॉर्ड; जानें अरशद का कैसा रहा करियर


नदीम ने तोड़ा ओलंपिक का रिकॉर्ड


बता दें कि नदीम ने गुरुवार को एथलेटिक्स में पाकिस्तान के लिए पहला ओलंपिक पदक जीतकर इतिहास रच दिया है, उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. नदीम ने अपने दूसरी कोशिश में 92.97 मीटर की शानदार थ्रो फेंककर न केवल ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि भाला फेंकने की ऑल टाइम लिस्ट में छठा स्थान भी हासिल किया.


नदीम की जीत तब पक्की हो गई जब क्वालीफाइंग राउंड में प्रबल दावेदार और सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाले नीरज चोपड़ा को फाइनल में संघर्ष करना पड़ा. चोपड़ा ने 89.45 मीटर का बेहतरीन थ्रो करके रजत पदक जीता, लेकिन उनके दूसरे पांच प्रयास फाउल हो गए. ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता, जो टोक्यो खेलों में फाइनल में पहुंचने में विफल रहने के बाद एक महत्वपूर्ण वापसी थी.