सऊदी अरब में फंसे ओडिशा के मजदूर, बड़े धोखे के हुए शिकार
Odisha News: सऊदी में फंसे ओडिशा 33 मजदूर को वापस लाने के लिए भारत के राजदूत से अनुरोध किया है. मजदूर पानी और दवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी महरूम है.
Odisha News: ओडिशा सरकार ने सऊदी अरब के रियाद में फंसे हुए उड़िया मजदूरों को के बचाव और स्वदेश वापसी के लिए भारत के राजदूत से अनुरोध किया है. खाड़ी देश में काम कर रहे कुछ ओडिशा के मजदूरों से मेसेज मिला था कि वो लोग बहुत संकट में फंसे हुए हैं. जिसके बाद ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ( Pradeep Kumar Jena IAS ) ने 20 जुलाई को सऊदी अरब के रियाद में भारत के राजदूत सुहेल अजाज खान ( Ambassador Suhail Azaz Khan ) को एक चिट्ठी लिखा. उन्होंने चिट्ठी की एक कॅापी विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव को भी भेजा है.
मुख्य सचिव ने अपने पत्र में लिखा, "जांच में यह पाया गया है कि उनमें से 33 मजदूर ओडिशा के हैं, जबकि 10 अन्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के हैं. गल्फ ओडिया सोसाइटी, जिसे सेवा में लगाया गया था. ओडिशा के निराश्रित मजदूरों से कॅंटेक्ट कर सकती है, और यह पाया गया है कि उनके इकामा (वीजा) को उनकी कंपनी के मालिकों (कफ़ील) द्वारा रेन्यू नहीं किया जा रहा है".
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पानी और दवाई से रखा गया महरूम
उन्होंने आगे कहा कि काम करने वाले को उनका मेहनताना नहीं दिया गया है और वे खाना, पानी और दवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है. सभी कर्मचारी सउदी अरब में कैंप-47, जुएमाह में मेसर्स हादी अल हम्माम ग्रुप में काम करते हैं.
मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने अपने चिट्ठी में ओडिशा के फंसे 33 लोगों की एक सूची संलग्न करते हुए सऊदी में भारतीय राजदूत से उनके बचाव और भारत वापसी का डिमांड किया है.
एम्प्लॉयर्स ने दिया धोखा
जानकारी के अनुसार सऊदी अरब में काम करने वाले सभी भारतीय नागरिकों को उनके एम्प्लॉयर्स ने धोखा दिया है. जिसके बाद सभी फंसे हुए मजदूरों ने ओडिशा सरकार से मदद करने के लिए कहा था.