Eid Ul Adha 2022: 10 जुलाई के दिन पूरे मुल्क में ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जाएगा. ऐसे में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों से अपील है. बोर्ड के महासचिव हज़रत मौलाना ख़ालिद सैफुल्लाह रहमानी का कहना है कि ईद-उल-अज़हा मुसलमानों का एक अमह त्यौहार है. यह त्योहार हमें दो पैगम्बर हजरत इब्राहीम और हजरत इस्माईल की याद दिलाता है. यह त्योहार हमारा इस ओर ध्यान दिलाता है कि अल्लाह की रजा की खातिर हर तरह की कुर्बानी के लिए तैयार रहें और अक़ीदा-ए-तौहीद पर साबित क़दम रहें.


शरियत में बताई इन चजों का करें पालन


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मौलाना ने कहा कि इस मौके पर सभी मालदाक मुसलमानों पर जानवरों की कुर्बानी फर्ज है और दुनिया के सभी धर्मों में इसका तसव्वुर मौजूद है. लेकिन कुर्बाने करते हुए इस बात का कास ख्याल रखें कि कोई ऐसा काम ना करें जो दूसरे भाईयों के दिल दिखाने की वजब बने. मौलाना ख़ालिद सैफुल्लाह ने कहा कि शांति को कायम रखना हमारी जिम्मेदारी है और जानवरों की ऐसी चीजें बाहर ना फेकें जिस से बदबू फैले और गंदगी हो. यह काम शरियत के खिलाफ है.


साफ-सफाई का खास रखे ख्याल


मौलाना रहमानी ने कहा कहा कि सेहत की हिफाजत और समाज को बीमारियों से बचाना हमारी जिम्मेदारी है. इसलिए सरकार की गाइडलाइनस का पलन करें और गंदगी सरकार की तय की हुई जगह पर ही फेंके. सफाई सुथराई और भाईचारे को बरकरार रखें


आपको बता दें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में 10 जुलाई को ईद उल अज़हा का त्यौहार मनाया जाएगा. जिसको लेकर सभी मुस्लिम रहनुमा लोगों से साफ सफाई और भाईचारा बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. इसके अलावा उलेमा इस बात पर खास तौर पर ध्यान दे रहे हैं कि जानवर के हिस्सों को बाहर ना फेका जाए. जिस से गंदगी और बदबू हो और दूसरे लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ा.