नई दिल्ली: वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज यानी 13 अक्टूबर को 'मेगा गतिशक्ति मास्टर प्लान' (Gati Shakti Master Plan) मंसूबे की शुरुआत की. 100 लाख करोड़ रुपये के इस मंसूबा से देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इतना ही नहीं, यह योजना प्रधानमंत्री मोदी की 'आत्मनिर्भर भारत' के नजरिए का एक अहम हिस्सा है. 


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इसके अलावा यह प्लान मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी को बेहतर करने और इंडस्ट्रियल एक्टिविटीज को बढ़ावा देने के साथ-साथ एयरपोर्ट, नई सड़कों और रेल योजनाओं समेत ट्रांसपोर्ट के निज़ाम को दुरूस्त करेगा. 



इस मौके पर वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी ने कहा हम अगले 25 सालों के लिए नींव रख रहे हैं, यह राष्ट्रीय मास्टर प्लान 21वीं सदी की विकास योजनाओं को 'गतिशक्ति' देगा और इन योजनाओं को समय पर पूरा करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को गति शक्ति योजना का ऐलान किया था.


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पिछले सात साल में विकास के काम में तेज़ी आई
पीएम मोदी ने इस मौके पर ये भी कहा किया, '2014 से पहले के 5 सालों में सिर्फ 3000 किलोमीटर रेलवे का बिजलीकरण हुआ था. बीते 7 सालों में हमने 24 हजार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का बिजलीकरण किया है. 2014 के पहले लगभग 250 किलोमीटर ट्रैक पर ही मेट्रो चल रही थी. आज 700 किलोमीटर तक मेट्रो का विस्तार हो चुका है और 1000 किलोमीटर नए मेट्रो रूट पर काम चल रहा है.' उन्होंने कहा, '2014 के पहले के 5 सालों में सिर्फ 60 पंचायतों को ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा सका था. बीते 7 वर्षों में हमने 1.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट कर दिया है.'


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