`सावरकर जी ने अंग्रेजों को लिखी चिट्ठी में कहा- मैं आपका नौकर बना रहना चाहता हूं`
Rahul Gandhi: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी. वो अग्रेजों के नौकर रहना चाहते थे.
Rahul Gandhi on Savarkar: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सावरकर इतने वीर थे कि अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा- सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं. राहुल गांधी का यह बयान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वीर सावरकर पर दिए गए एक बयान के बाद आया है. जिसमें शिंदे ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि लोग वीर सावरकर का अपमान कर रहे है उन्हें अवाम सबक सिखाएगी.
"बिरसा मुंडा ने सावरकर की तरह माफी नहीं मांगी"
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के वाशीम थे और यहां पर ट्राइबल आज़ादी सेनानी बिरसा मुंडा की यौम-ए-पैदाइश के मौके पर आदिवासी बिरसा मुंडा की शहादत को याद किया और ये भी कहा कि बिरसा मुंडा ने वीर सावरकर की तरह माफ़ी नहीं मांगी बल्कि देश के लिए शहीद हुए. इस दौरान राहुल गांधी ने एक पर्चा दिखाते हुए कहा कि यह मेरे लिए सबसे जरूरी डॉक्यमेंट है. राहुल गांधी ने इस डॉक्यूमेंट के अंदर एक सारवरकर की चिट्ठी का हवाला देते हुए बताया कि उन्होंने यह अंग्रेंज़ों के नाम लिखी थी.
सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की
इसके बाद राहुल गांधी चिट्ठी को अंग्रेज़ी में पढ़ते और बाद में उसको हिंदी में पढ़ते हैं. राहुल कहते हैं,"सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं, ये मैंने नहीं लिखा, ये सारवरकर जी ने लिखा है." उन्होंने आगे कहा कि आप इसको पढ़ लीजिए, अगर फणनवीस (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री) जी देखना चाहते हैं इसको वो भी देख लीजिए. राहुल ने कहा कि मैं तो इसमें बहुत क्लियर हूं, सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की थी.
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