4 साल के बच्चे ने मांगा खाना; बाप ने दे दी मौत, अब कभी नहीं लगेगी भूख
MP News: मध्य प्रदेश में एक हैवान पिता ने अपने 4 साल के बेटे को इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि बच्चे ने अपने पिता से खाना मांगा था. बच्चे का कत्ल करके आरोपी फरार हो गया.
MP News: मध्य प्रदेश के जिला बैतूल से इंसानियत को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है. यहां एक पिता ने अपने ही बच्चे पर हैवानियत दिखाई है. बच्चे ने अपने पिता से खाना मांगा था, जिसके बदले पिता ने उसे सड़क पर पटक पटक कर मौत दे दी और मौके से फरार हो गया. बताया जाता है कि बेटा अपने पिता के साथ अकेला रह रहा था. बेटे की मां अपने शौहर की हरकतों की वजह से परेशना होकर अपने माइके चली गई थी.
आरोपी की तलाश में पुलिस
इस पूरे मामले की जानकारी आरोपी की पत्नी ने पुलिस को दी है. हादसे के बाद पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम किया. इसके बाद बच्चे को मां के हवाले कर दिया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. मामले के प्रकाश में आने के बाद पड़ोसी भी डरे सहमे हुए हैं. वह कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं.
4 साल का था बच्चा
जिस बच्चे को पिता ने मौत के घाट उतारा है उसकी उम्र सिर्फ 4 साल है. बच्चे को पता नहीं था कि उसके घर में खाना है नहीं. उसने अंजाने में मुंह खोलकर अपने पिता से खाना मांगा. इस पर शराब के नशे में धुत उसके पिता ने उसे मौत दे दी. मामला बैतूल जिले के सावंगा गांव का है. यहां से ताल्लुक रखने वाला दुर्गेश लोखंडे अपनी बीवी और दो बच्चों को प्रताड़ित करता था.
पत्नी से हुआ झगड़ा
दो हफ्ते पहले दुर्गेश से तंग आकर उसकी उसकी बीवी अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके जाना चाहती थी. काफी विवाद के बाद बीवी दोनों बच्चों में से बेटी को लेकर नासिक चली गई. बेटे को पिता दुर्गेश ने अपने साथ रख लिया. 15 जुलाई की रात दुर्गेश शराब के नशे में धुत घर आया, जहां उसका 4 साल का मासूम बेटा कार्तिक खाना मांग रहा था. बच्चा भूखा था इसलिए रो रहा था.
बच्चे को मिली मौत
बच्चे को खाना तो नहीं मिला, लेकिन हैवान पिता दुर्गेश ने उसे पहले तो बुरी तरह से पीटा, फिर घर के बाहर ले जाकर तीन-चार बार सड़क पर पटक दिया, जिससे मासूम कार्तिक हमेशा के लिए खामोश हो गया. जब पड़ोसियों ने लहूलुहान बच्चे को सड़क पर तड़पते देखा तो फौरन पुलिस को जानकारी दी. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी दुर्गेश मौके से फरार हो गया.
दहल गए लोग
पुलिस ने बच्चे की मां को फोन करके बैतूल वापस बुलाया. बच्चे की मां 17 जुलाई की सुबह बैतूल वापस आई. पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव उसकी मां को सौंप दिया गया है. जिसने भी इस घटना को देखा या सुना वो दहल गया.