श्रीलंका को मिल सकता है पहला वामपंथी प्रेसिडेंट, चुनाव में किसी को नहीं मिला बहुमत, ऐसे तय होगा नया राष्ट्रपति
Sri Lanka President Chunav: श्रीलंका के इतिहास में पहली बार प्रेसिडेंट इलेक्शन में दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती होगी. इस प्रक्रिया के बाद, सबसे ज्यादा वोट पाने वाले कैंडिडेट को विजेता घोषित किया जाएगा, क्योंकि किसी भी कैंडिडेट को वोटों की गिनती में बहुमत नहीं मिला.
Sri lanka Elections: श्रीलंका में रविवार सुबह से जारी मतों की गिनती पूरी हो गई है. इलेक्शन कमीशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि किसी भी कैंडिडेट को राष्ट्रपति चुनाव में 50 फीसद से ज्यादा वोट हासिल नहीं हुई हैं. इसलिए अब नीतजा दूसरे प्रेफरेंस के वोटों की गिनती के जरिए तय होगी. चुनाव आयोग के चेयरमैन आरएलएएम रत्नायके ने कहा कि अनुरा कुमारा दिसानायके और साजिथ प्रेमदासा ने 2024 के प्रेसिडेंट इलेक्शन में अधिकतम वोट हासिल किए हैं.
श्रीलंका के इतिहास में पहली बार प्रेसिडेंट इलेक्शन में दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती होगी. इस प्रक्रिया के बाद, सबसे ज्यादा वोट पाने वाले कैंडिडेट को विजेता घोषित किया जाएगा. डेली मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेसिडेंट इलेक्शन एक्ट 1981 के तहत इलेक्शन जीतने के लिए किसी भी कैंडिडेट को कम से कम 50 फीसदी वोट हासिल करना जरूरी है.
चुनाव आयोग ने साफ तौर पर किया कि कोई भी कैंडिडेट इस सीमा तक नहीं पहुंच पाया. इसलिए टॉप दो कैंडिडेट्स अनुरा कुमारा दिसानायके और साजिथ प्रेमदासा के वोटों की दूसरी वरीयता के बुनियाद पर गिनती की जाएगी. बाकी सभी कैंडिडेट्स को लिस्ट से हटा दिया गया है.
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श्रीलंका की बागडोर पहली बार कोई वामपंथी संभाल सकते हैं
हालांकि, अब हटाए गए कैंडिडेट्स के मतपत्रों की रिव्यू की जाएगी ताकि यह तय किया जा सके कि दो टॉप कैंडिडेट्स के लिए दूसरी या तीसरी वरीयता के वोट डाले गए थे या नहीं. शुरुआती नतीजों से संकेत मिलता है कि नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन के नेता 55 साल अनुरा कुमारा दिसानायके देश के पहले वामपंथी राष्ट्रपति बन सकते हैं.
चुनावी मैदान 39 कैंडिडेट्स आजमा रहे हैं अपनी किस्मत
बता दें, आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के इस चुनाव में कुल 39 कैंडिडेट्स मैदान में हैं, इनमें मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, समागी जन बालवेगया (एसजेबी) पार्टी से विपक्ष के नेता सजिथ प्रेमदासा, और जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके शामिल हैं.