Syria News: सीरियाई जंग पर नजर रखने वाली संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, सीरिया के दक्षिणी ग्रामीण इलाके टारटस के खिरबेत अल-माज़ा गांव में हिंसक झड़पें हुई हैं. जिसकी वजह से 14  सुरक्षा कर्मियों और तीन आतंकवादियों की मौत हो गई है.


सीरिया में हालात संजीदा


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झड़प तब शुरू हुई जब सैन्य संचालन विभाग के तहत जनरल सुरक्षा बलों की एक गश्ती टीम ने पूर्व शासन अधिकारी मुहम्मद कंजो हसन को पकड़ने की कोशिश कर रही थी. हसन को मानने वालों और स्थानीय बंदूकधारियों ने इस दौरान अटैक किया.


SAFHR ने अपने बयान में क्या कहा?


सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "टारटस के दक्षिणी गांव के इलाके के खिरबेट अल-माज़ा गांव में बंदूकधारियों के साथ झड़प में सार्वजनिक सुरक्षा बलों के 14 सदस्य मारे गए. दोनों पक्षों के तीन आतंकवादी भी मारे गए, साथ ही कई लोग घायल भी हुए."


बयान में आगे कहा गया है,"सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स को पता चला कि मिलिट्री ऑपरेशन डिपार्टमेंट से जुड़ा जनरल सिक्योरिटी फोर्सेज का एक गश्ती दल पूर्व शासन बलों के एक अधिकारी मुहम्मद कंजो हसन को गिरफ्तार करने के मिशन पर था. उसकी तलाश के दौरान, वांछित व्यक्ति के भाई और अधिकारी के मानने वालों ने उन्हें रोक लिया और गश्ती दल को गांव से बाहर निकाल दिया, इस दौरान उन पर घात लगाकर हमला किया गया."


सीरियाई विपक्षी लड़ाकों ने 8 दिसंबर को दमिश्क पर कब्ज़ा किया था, जिसकी वजह से असद को भागना पड़ा था और 13 साल से ज़्यादा चले गृहयुद्ध के बाद उनका शासन समाप्त हो गया था. अल-शरा के प्रति वफ़ादार बलों ने तीन महीने की कार्यवाहक सरकार की स्थापना की है.