बोधगया में नया प्रयोग, ताड़ी से बनाए जा रहे तिलकुट की धूम
बिहार के बोधगया इलाके में नया प्रयोग किया गया है. यहां नीरा से तैयार तिलकुट की खूब डिमाड हो रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी नीरा से बने तिलकुट का स्वाद ले चुके हैं.
गया के तिलकुट के जलवा पूरे भारत में हैं. गया में डंगरा, टेकारी गया टाउन में तिलकुट मुख्य रूप से बनाए जाते हैं. तिलकुट में खासतौर पर चीनी, गुड़ और खोया का तिलकुट डाला जाता है. लेकिन बोधगया में पिछले साल 2023 में तिलकुट में एक नया प्रयोग किया गया है. अब बोधगया प्रखंड क्षेत्र के इलरा गांव में नीरा से तिलकुट तैयार किया जा रहा है.
इस तरह बनते हैं तिलकुट
इस काम से जुड़ी कुमारी पुष्पा राज ने बताया कि नीरा से तिलकुट बनाने की शुरुआत पिछले साल की थी. वह नीरा से तिलकुट, लाय, पेड़ा लडडू बना रही हैं. यह तिलकुट स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है. नीरा से तैयार तिलकुट डायबिटीज और गैस पेशेंट के मरीज भी खा सकते हैं. डायबिटिज, गैस के मरीज भी नीरा से बना हुआ तिलकुट खा सकते हैं. नीरा से तिलकुट तैयार करने के लिए सबसे पहले नीरा को गरम किया जाता है. उससे गुड़ तैयार किया जाता है. गुड़ तैयार होने के बाद तिल के साथ मिलाया जाता है. फिर इसे कूटा जाता है. इसके बाद तिलकुट तैयार होता है.
मुख्यमंत्री ने की तारीफ
पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इलरा गांव पहुंचे थे और नीरा से तैयार लड्डू, पेड़ा, लाई और तिलकुट बनाने का निरक्षण किया. मकर संक्रांति को लेकर नीरा से बना तिलकुट की खूब डिमांड हो रही है. अभी दो सौ किलो का ऑर्डर आया है. कल ही गया डीएम सर का तिलकुट के लिए फ़ोन आया था. डीएम सर के द्वारा ही मुख्यमंत्री के यहां तिलकुट भेजा जाऐगा. पिछले साल भी मुख्यमंत्री के यहां नीरा से बने तिलकुट भेजे गए थे. विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर के बाहरी परिसर में नीरा से बना तिलकुट, लड्डू, लाई पेड़ा का दुकान का उद्धघाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया था. यहां देशी-विदेशी पर्यटक भी नीरा से बनी सामाग्री का आनंद ले रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साल 2016 में पूरे राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी, उसके बाद नीरा को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई थी. आज नीरा उत्पादन के मामले में गया जिला पूरे बिहार में सबसे अव्वल है.