Turkey Earthquake: तुर्की में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. यहां 6 फरवरी को 7.8 तीव्रता का भयानक भूकंप आया है. इसमें कई हजार इमारतें जमींदोज हो गईं. भूकंप की वजह से 28,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अभी भी हजारों लोगों के मलबे में दबे होने का अंदाजा लगाया जा रहा है. इसके साथ ही भूकंप के बारे में जानकारी देने वाली एक संस्था ने बताया है कि इस इलाके में तकरीबन 300 किमी की दरार आई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

COMET ने दी जानकारी


ब्रिटेन के सेंटर फॉर ऑब्जर्वेशन एंड मॉडलिंग ऑफ अर्थक्वेक वोलकैनोज ऐंड टेक्टोनिक्स  (COMET) के मुताबिक 300 किमी तक धरती फटी है. यह दरार भूमध्य सागर के उत्तरपूर्वी सिरे पर आई है. 
COMET ने भूकंप की भयावहता दिखाने के लिए तुर्की में भूकंप आने से पहले और उसके बाद की तस्वीर ली है. ये तस्वीरें यूरोपियन आर्थ-ऑब्जर्विंग सैटेलाइट सेंटिनल-1 से ली गई हैं.



धरती में आईं दो दरारें


तस्वीरों में दिखाया गया है कि भूकंप की वजह से धरती में दो दरारें आई हैं. एक 300 किमी लंबी है तो दूसरी 125 किमी तक लंबी है. तुर्की में भूकंप 6 जनवरी को सुबह 4:17 पर आया था. COMET के मुताबिक यह भूकंप बहुत ज्यादा खतरनाक था. 


यह भी पढ़ें: Turkey Earthquake: तुर्की भूकंप ने ली एक भारतीय की जान; दूतावास ने ट्वीट कर दी जानकारी


आसामान्या है भूकंप


COMET की टीम ने बताया है कि "जितना बड़ा भूकंप, उतना बड़ा फॉल्ट और उतना ही ज्यादा भयावहता का खतरा रहता है. भूकंप के बाद धरती में आई यह दरार महाद्वीपों पर रिकॉर्ड किए गए सबसे लंबी दरारों में से एक है."


COMET की टीम ने यह भी बताया कि "कुछ ही घंटों के अंदर ऐसे दो बड़े भूकंप होने की घटना भी आसामान्य है. अमूमन एक बड़े झटके के बाद कई छोटे झटके आते हैं."


अमेरिका ने दी सजा?


ख्याल रहे कि कुछ सोशल मीडिया इल्जाम लगा रहे हैं कि अमेरिका ने अपनी नई तकनीकि (HAARP) का इस्तेमाल किया जिससे इतनी बड़ी तबाही आई. लोगों का इल्जाम है कि अमेरिका ने तुर्की को सजा देने लिए यह तकनीकि इस्तेमाल की.


Zee Salaam Live TV: