नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक नई पहल की है. सरकार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पहला मोबाइल म्यूजिक क्लासरूम (Mobile Music Classroom) और रिकॉर्डिंग स्टूडियो (Recording Studio) लॉन्च किया है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को देश के पहले मोबाइल म्यूजिक क्लासरूम और रिकॉर्डिंग स्टूडियो के रूप में एक खास प्रोजेक्ट 'मोबाइल म्यूजिक बस' की शुरुआत की.


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इस मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों को म्यूजिक सीखने के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी. म्यूजिक बस बच्चों के पास पहुंचेगी और कला के प्रति उनके जुनून की पहचान की जाएगी. सिसोदिया ने कहा कि हर परिवार चाहता है कि उनके बच्चे में कोई कला हो, लेकिन जब बच्चा उस कला को अपना पैशन बनाना चाहता है तो उसे नसीहत मिलती है कि पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दो.


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सिसोदिया ने कहा कि बच्चों के इसी पैशन को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार ने स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एग्जिलेंस की शुरुआत की, ताकि छोटी उम्र से ही वे अपनी कला के प्रति जुनून पर ध्यान दे सके. 


क्या है मोबाइल क्लासरूम
बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत एक बस को चलते-फिरते म्यूजिक क्लास, एक उच्च गुणवत्ता वाला म्यूजिक रिकॉर्डिंग स्टूडियो और परफॉर्मिंग स्टेज में तब्दील किया गया है. म्यूजिक बस स्टूडियो एक स्मार्ट टीवी से भी लैस है, स्टूडियो बिजली के बिना भी कम से कम 8 घंटे तक बिना रुके चलने के लिए पर्याप्त पावर बैकअप से लैस है.


मंजिल मिस्टिक ने पेश की अवधारणा: डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम ने बताया- इस बस को दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के एक म्यूजिक ग्रुप मंजिल मिस्टिक्स ने पेश किया था. मंजिल मिस्टिक्स दिल्ली में मौजूद एक म्यूजिक बैंड, जो भारतीय शास्त्रीय और लोक संलयन रूप में संत कबीर से प्रेरित अपने खुद के म्यूजिक को पेश करते हैं. एक वेबसाइट के मुताबिक मंज़िल मिस्टिक्स पिछले 10 वर्षों से संगीत के क्षेत्र में हैं.


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