UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए यूपी बोर्ड के स्कूल के सिलेबस में सावरकर समेत एक दर्जन से ज्यादा महापुरुषों का नाम शामिल किया गया है. यूपी में वर्ष 2023 और वर्ष 2024 के सिलेबस में महापुरुषों को पढ़ाया जाएगा.जिसको लेकर विपक्ष हमलावर हो गई है.भाजपा सावरकर को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर चुका है और वो हमेशा अग्रेसिव रही है और BJP कहता है कि वह महापुरुष है.


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जोड़े गए ये नाम


स्कूल के सिलेबस में सिर्फ वीर सावरकर ही नहीं बल्कि चंद्रशेखर आजाद, ज्योतिबा फुले, बेगम हजरत महल, छत्रपति शिवाजी, जगदीश चंद्र बोस, समेत कई महापुरुषों का नाम शामिल है. उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने दावा किया है कि उन्होंने जो वादा किया था उसे पूरा किया है.और गुलाब देवी ने कहा कि विपक्ष को विरोध करना है तो करता रहे. 


योगी सरकार की इस बड़े फैसले के बाद से फिर एक बार उत्तर प्रदेश में सावरकर को लेकर सियासत तेज हो गई है. वहीं सपा नेता सुनील साजन ने कहा कि वीर सावरकर के जीवनी को उत्तर प्रदेश बोर्ड में शामिल करने से पहले एक बार विचार कर लेना चाहिए. साजन ने कहा कि अगर सिलेबस में ये शामिल होता है तो दूसरे फ्रीडम फाइटर का अपमान होगा. 


विपक्ष हमलावर
वीर सावरकर को सिलेबस में शामिल करने पर समाजवादी पार्टी ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि अंग्रेजों से माफी मांगने वाले को स्टूडेंट्स के सामने प्रस्तुत करके BJP क्या करना चाहती है. सपा नेता साजन ने सरकार से कहा कि इसे वापस लेना चाहिए. सपा प्रवक्ता साजन ने कहा कि जिसने देश के साथ धोखा किया और जिसने अंग्रेजों से चिट्ठी लिखकर माफी मांगी, और जी हजूरी करता था उसे सिलेबस में शामिल करेंगे. साजन ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि सरकार को एक बार फिर से सोचना चाहिए.और सरकार को अपने इस फैसले को वापस लेना चाहिए.


शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा
विपक्ष के सवाल पर शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने जवाब देते हुए कहा कि नैतिक शिक्षा सिलेबस में वीर सावरकर की जीवनी को शामिल किया गया है. और विपक्ष को उनके बारे में जानना चाहिए.सुनील साजन से पटना के महाबैठक पर पूछने पर साजन ने कहा कि ये महबैठक देश को बचाने के लिए है.