Uttarakhand Lok sabha chunav 2024: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र चंपावत के दो गांवों के लोग अधिकारियों के समझाने के बावजूद लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार के अपने फैसले पर अडिग हैं. लंबे वक्त से गांव तक सड़क की मांग कर रहे कोट अमोड़ी और सैदर्का गांवों के लोगों का कहना है कि अपनी अनदेखी की वजह से उन्होंने चुनाव के बहिष्कार का फैसला किया है.


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इसलिए नहीं डालाव वोट
दोनों गांवों में करीब 200 मतदाता हैं. प्रशासन की तरफ से शुक्रवार को मतदान के दिन भी उन्हें मनाने की कोशिश की गई लेकिन वे नहीं माने. इससे पहले भी अपर जिलाधिकारी उन्हें मतदान के लिए मनाने की कोशिश कर चुके हैं. एक ग्रामीण हरीश ने कहा कि गांव वालों के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है. चंपावत के जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि इंतेजामिया की कोशिश है कि हर मतदाता को अपना वोट देने के लिए जागरूक किया जाए. चंपावत, अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है जहां से भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा और कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के बीच सीधा मुकाबला है.


5 सीटों पर चुनाव
आपको बता दें कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को सुबह मतदान शुरू हो गया. 11 बजे तक 24.83 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. मतदान के लिए प्रदेश के 13 जिलों में 11,729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. राज्य की सभी लोकसभा सीटों—पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, अल्मोड़ा (सुरक्षित), हरिद्वार और नैनीताल से सांसद बनने के इच्छुक 55 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 83 लाख से ज्यादा मतदाताओं के हाथ में है. 


धामी ने किया वोट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और योग गुरू रामदेव प्रदेश में सबसे पहले मतदान करने वालों में शामिल रहे. धामी ने उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में नगला तराई मतदान केंद्र में अपना मत डाला. अपनी मां और पत्नी गीता के साथ मतदान के लिए पहुंचे धामी केंद्र में कतार में खड़े रहे और अपनी बारी की प्रतीक्षा की. मतदान कर बाहर निकले धामी ने सभी मतदाताओं से वोट जरूर डालने की अपील की.