छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज का हिंसक प्रदर्शन, DM और SP ऑफिस को किया आग के हवाले
Chhattisgarh Violent: बीते दिनों बलौदा बाजार के गिरोदपुरी के महकौनी गांव में मौजूद संत अमर दास की तपोभूमि के पवित्र प्रतीक जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. जिसके बाद से ही सतनामी समाज में आक्रोश था.
Chhattisgarh Violent: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले से बड़ी खबर सामने आई है. जहां, सतनामी समाज ने उग्र प्रदर्शन करते हुए डीएम और एसपी ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की है. बीते दिनों बलौदा बाजार के गिरोदपुरी के महकौनी गांव में मौजूद संत अमर दास की तपोभूमि के पवित्र प्रतीक जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. जिसके बाद से ही सतनामी समाज में आक्रोश था. इस हिंसक प्रदर्शन में कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं.
गाड़ियों को किया आग के हवाले
इस घटना को लेकर सतनामी समाज के लोग आज यानी 10 जून को विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर उतरे. भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग कलेक्ट्रेट में घुस गए और उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. इतना ही नहीं भीड़ ने कलेक्ट्रेट में आगजनी को भी अंजाम दिया.
डिप्टी सीएम ने दिए जांच के आदेश
जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना की न्यायिक जांच के राज्य के डीप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने आदेश दिए थे. इससे सतनामी समाज के लोग संतुष्ट नहीं थे और वे पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच चाहते हैं.प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ जहां कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ और आगजनी की, वहीं सड़क के किनारे खड़ी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने क्या कहा?
वहीं, इस घटना पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर बीजेपी को घेरा है. उन्होंने लिखा, "बलौदा बाजार में हुई हिंसा की घटना चिंताजनक है, अगर शासन-प्रशासन ने वक्त पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराज़गी को इस हद तक जाने से रोका जा सकता था. सतनामी समाज बाबा घासीदास के बताए शांति और सद्भाव के रास्ते पर चलने वाला समाज है. मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की गुजारिश करता हूं."